PMGSY गुणवत्ता में छत्तीसगढ़ अव्वल

PMGSY गुणवत्ता में छत्तीसगढ़ अव्वल

रायपुर
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत प्रदेश में बनाए गए सड़क, पुलों की गुणवत्ता में छत्तीसगढ़ देश में प्रथम स्थान पर रहा। दूसरा स्थान कर्नाटक को मिला। राष्ट्रीय गुणवत्ता समीक्षकों द्वारा अपै्रल से जुलाई 2019 तक प्रदेश में कुल 204 सड़क, पुल व अन्य निरीक्षण किया गया, जिसमें सड़कों के निर्माण कार्य के 123 कार्य, वृहद पुल के 14 एवं संधारण के 67 कार्य शामिल हंै। निरीक्षण में 95.59 प्रतिशत कार्य संतोषप्रद श्रेणी में पाया गया, जिसके आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य देश में प्रथम स्थान पर रहा। जबकि कर्नाटक वहां के 45 कार्यों के निरीक्षण के आधार पर द्वितीय स्थान पर है। 2018-19 में छत्तीसगढ़ राज्य गुणवत्ता में चौथा स्थान और 2017-18 में तीसरा स्थान पर था।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत सामान्य क्षेत्रों में 5 सौ तथा आदिवासी क्षेत्र एवं आईएपी जिलों में 250 या इससे अधिक आबादी की समस्त बिना जुड़ी हुई बसाहटों एवं नक्सल प्रभावित 7 जिलों के चयनित 29 विकासखंडों की सौ से 249 जनसंख्या वाली बसाहटों को बारहमासी सड़कों से जोडऩे का प्रावधान है। पीएमजीएसवाय-1 के अंतर्गत स्वीकृत एवं पूर्ण हो चुके सड़कों में से 10 वर्ष की समयावधि पूर्ण होने के बाद सड़कों के उन्नयन हेतु पीएमजीएसवाय-2 के तहत  पात्रता दी गई है। इसके अंतर्गत राज्य को 5.50 मी. चौड़ाई की सड़कों के निर्माण हेतु 2,248 किमी लंबाई का लक्ष्य भारत सरकार से प्राप्त हुआ था, जिसकी शतप्रतिशत स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है।

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के प्रारंभ से 1 अगस्त 2019 तक 8013 सड़कें, लंबाई 36 हजार 961 किमी एवं 352 वृृहद पुल हेतु 12 हजार 742 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इन स्वीकृत सड़कों से 10 हजार 935 पात्र बसाहटें लाभांवित होंगी। स्वीकृत सड़कों के विरूद्ध 31 हजार 865 किमी लंबाई की 6 हजार 896 सड़कों एवं 220 वृहद पुलों का निर्माण किया जा चुका है। निर्मित सड़कों से राज्य की 9 हजार 744 पात्र बसाहटें जुड़ चुकी हैं। इस कार्य में 10 हजार 556 करोड़ व्यय किया गया है।