पण्डवानी गायिका ऋतु वर्मा ने बांधा शमा
रज़ा स्मृति में बिखर रहे है कला के रंग
Syed Javed Ali
मंडला - महान चित्रकार सैयद हैदर रज़ा की स्मृति में रज़ा फॉउण्डेशन द्वारा आयोजित रज़ा स्मृति में अनोखे अंदाज़ में चित्रकार हैदर रज़ा को श्रद्धांजलि दे रहे है। चित्रकार नर्मदा तट पर अपनी कल्पना को कैनवास और छातों पर उकेर कर महान चित्रकार को याद कर रहे है। इसमें लोगों को चित्रकला से जोड़ने के लिए एक अभिनव पहल की गई जिसमें चित्रकला के शौकीन लोगों को सफेद छाते उपलब्ध कराए गए। इसके अलावा प्रिंट सामग्री भी रज़ा फॉउण्डेशन द्वारा प्रदान की गई। लोगों से कहा गया कि वह इन छातों को पेंट करें और इन्हें और याददाश्त के तौर पर अपने साथ ले जाएं। इसमें चित्रकला कार्यशाला का आयोजन भी किया जा रहा है। इस आयोजन में बड़ी तादाद में लोग शामिल हो रहे है।

शनिवार की शाम मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते भी रज़ा स्मृति आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने पण्डवानी गायन का आनंद भी लिया। इनके पहले पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह भी रज़ा स्मृति में पहुंचे और कलाकारों की कलाकारी देखी व उसके विषय मे जानकारी ली। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी अपनी उपस्थिति दर्ज की।

उल्लेखनीय है कि रज़ा ने फ्रांस में साठ वर्ष अपने जीवन और कला के बिताये पर वे अपनी वरेण्य नर्मदाजी को कभी नहीं भूले और वह उनकी स्मृति और कला का अनिवार्य अंग रही है। वे उसी पवित्र नदी से कुछ दूर 2016 में मृत्यु के बाद दफ़्न हैं। रज़ा स्मृति नर्मदाजी के किनारे 19 से 23 जुलाई 2018 तक आयोजित की जा रही है। हैदर रजा की प्राथमिक शिक्षा मंडला जिले के ककैया ग्राम में हुई। अपने पूरे जीवन काल में वो मैया नर्मदा और मंडला को नहीं भूले। उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण जैसे पुरस्कारों से नवाजा गया। फ्रांस सरकार ने उन्हें अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया। उन्हें उनकी इच्छा के मुताबिक मंडला में उनके वालिद की कब्र के बगल से सुपुर्द-ए-खाक किया गया।

रज़ा फ़ाउण्डेशन के सचिव संजीव कुमार चौबे बताते है कि रज़ा स्मृति में हैदर रज़ा की दृष्टि और रुचि के अनुरूप ललित कला, लोक संगीत के आयोजन को शामिल किया गया हैं। इसके तहत ही प्रतिदिन शाम 6 बजे सांस्कृतिक आयोजन किये जा रहे है। शुक्रवार को पद्मश्री शेख गुलाब, आदिवासी लोक कला संस्थान, मण्डला द्वारा नर्मदा बम्बूरिया से इसकी शुरुआत हुई। शनिवार की शाम भिलाई, छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध पण्डवानी गायिका श्रीमती ऋतु वर्मा ने शमा बांधा। अपनी अनोखी शैली से उन्होंने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इस कड़ी में 22 जुलाई को भेरु सिंह चौहान, मऊ, इन्दौर द्वारा कबीर गायन और 23 जुलाई को परमार्थ सेवा संस्थान द्वारा संचालित, दिव्य शक्ति चकित कला मंच, बैहर, बालघाट द्वारा शबद् कबीर की प्रस्तुति की जाएगी। इस आयोजन में रज़ा फ़ाउण्डेशन के प्रबंध न्यासी अशोक बाजपाई, न्यासी श्री अखिलेश, संयोजक योगेंद्र त्रिपाठी, सचिव संजीव कुमार चौबे उल्लेखनीय भूमिका का निर्वहन कर रहे है।