उज्जैन में बोले गडकरी, 55 वर्ष के मुकाबले 5 वर्ष का कार्यकाल भारी

उज्जैन में बोले गडकरी, 55 वर्ष के मुकाबले 5 वर्ष का कार्यकाल भारी
brijesh parmar उज्जैन।भारत में वो परिवर्तन का दौर था जब वर्ष 2014 में इस देश की जनता ने भाजपा पर विश्वास जताया और पहली बार इस देश मे स्पष्ट बहुमत की गैर कांग्रेसी सरकार बनी , जिसकी उपलब्धि ये है की आज 55 वर्ष और 5 वर्ष के कार्यों की तुलना में 5 वर्षों का कार्यकाल भारी पड़ता है । ये बात केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी ने उज्जैन मे आयोजित लोकसभा संसदीय क्षेत्र का " प्रबुद्धजन संवाद " कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही । उन्होंने कहा पंडित नेहरू ने प्रधानमंत्री बनने के उपरांत रशिया के सोशलिस्ट कोम्युनिस्ट मॉडल को स्वीकार कर के अपने कार्यकाल की शुरुवात की उस वक्त पंचायत से पार्लियामेंट तक काँग्रेस सरकार थी । नेहरू जी ने नारा दिया गरीबी हटाओ , फिर इन्दिरा जी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया और 1971 का चुनाव वो इसी नारे पर जीती , इसे ही श्रंखलाबद्ध करते हुए श्री राजीव गांधी ने भी गरीबी हटाओं के नारा दिया इसके बाद वर्ष 2004 मे सोनिया जी ने मनमोहन जी को प्रधानमंत्री बनवाया और नारा दिया गरीबी हटाओ और अब 2019 के चुनाव मे राहुल गांधी कह रहे हैं में गरीबी हटाऊंगा अब अगर राहुल जी गरीबी हटाएँगे तो नेहरू जी इन्दिरा जी राजीव जी सोनिया जी क्या कर रहे थे वास्तव मे इस देश की जनता को भ्रमित कर वोटों का ध्रुवीकरण करने का कॉंग्रेस का पुराना इतिहास रहा है । पंडित जी के विचार की विरासत हमारी पूंजी- हम धनवान देश के गरीब नागरिक क्यों है अगर इस बात पर गौर किया जाये तो हम पाएंगे की आज़ादी के पूर्व देश मे तीन विचारों की चर्चा थी समाजवाद , साम्यवाद और पूंजीवाद , रशिया और चाइना मे कम्यूनिस्ट मॉडल था आज वो उसे भूल चुके है और इतना भूल चुके हैं की उनके पास कम्यूनिस्ट के नाम पर सिर्फ लाल झण्डा बचा है , चाइना ने अमेरिका की आर्थिक नीतियों को अपना लिया है परंतु कम्यूनिस्ट विचारधारा समाप्त हो गई धीरे धीरे समाजवाद भी समाप्त होता चला गया ऐसी स्थिति मे जब हम चिंतन करते हैं तब समझ आता है की पंडित दिनदयाल जी ने जो विचारों की विरासत हमे दी है उसके बूते आज हम समूचे विश्व की आर्थिक और वैचारिक नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं । हमारा लक्ष्य सुखी , सम्पन्न और स्मृद्ध हिंदुस्तान है और इस दिशा मे कार्य करते हुए पंडित जी के विचारों को आत्मसात करते हुए हम धनवान देश और धनवान नागरिक की अवधारणा को साकार रूप प्रदान कर सकते हैं । दरिद्रनारायण को केंद्र मे रखकर योजनाए बनती है श्री गडकरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की पंडित जी ने प्रण लिया था की में कभी रिक्शा में नहीं बैठुंगा क्योंकि मानव द्वारा मानव को ढोना एक अमानवीय कार्य है , पंडित जी की इस सोच से प्रेरित हो हमने ई - रिक्शा के संचालन की योजना पर कार्य किया जिससे मानवीय भावनाओं का हास ना हो और इसके परिणाम स्वरूप आज ई - रिक्शा गरीब वर्ग की जीविका चलाने का महत्वपूर्ण साधन है फिर वो सब्जी बेचने वाला हो , फल बेचने वाला हो या अन्य कोई चालित व्यापार करने वाला हो वास्तव मे इस दिशा मे कार्य करते हुए मोदी सरकार ने सामाजिक समरसता , सामाजिक न्याय के विचारों को मजबूती प्रदान की है ! श्री गडकरी ने कहा की इस देश मे प्रत्येक व्यक्ति के सर पर अपनी खुद की छत हो ये इस देश के प्रत्येक नागरिक के सम्मान से जीने की दिशा मे मजबूत कदम है और पंडित जी के विचारों की जीत भी । जो 60 वर्षों में नहीं हुआ, हमने 60 माह में कर दिखाया- श्री गडकरी ने कहा की वर्ष 1984 में राजीव जी ने गंगा सफाई का कार्य प्रारम्भ किया था पर कमजोर कार्ययोजना एवं अदूरदर्शिता के चलते सफलता प्राप्त नहीं हो पाई वही कार्य हमने 4 वर्षों के अंदर कर के दिखाया है। श्री गडकरी ने कहा की हमने अपनी कार्यशैली से ये सिद्ध कर दिया की देश बदल सकता है देश की तस्वीर बदल सकती है इस देश के किसान , मजदूर और गरीब की दशा भी बदल सकती है , आवश्यकता है दूरदर्शिता , नेकनीयत और दृढ़ इच्छाशक्ति की। श्री गडकरी ने कहा आने वाले समय मे इस देश का किसान फसल के साथ साथ उद्योग भी लगाएगा क्योंकि हमारी सरकार अब सोयाबीन , मक्का गन्ने जैसी फसल से ईंधन निर्माण की दिशा मे कार्य कर रही है देश मे अब एथेनोल से चलने वाले साधन निर्मित हो रहे हैं जिसके माध्यम से इस देश का किसान भी उद्योग लगाकर अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा मे सम्मिलित हो पाएगा । आज का भारत विश्व के मजबूत देशों की कतार मे प्रमुखता से खड़ा है एक समय था जब देश मे आतंकवादी घटना के बाद मोमबत्ती जलाई जाती थी परंतु आज ऐसी किसी घटना के बाद मोमबत्ती नहीं अपितु मिसाइल चलाई जाती है ये परिवर्तन है इसलिए आप सभी से अपील करता हूँ की भाजपा के पक्ष मे मतदान कर इस देश में पुनः मजबूत सरकार स्थापित करें !