बैंक कर्मचारी करेंगे 2 दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल, जानिए वजह
नई दिल्ली
बैंक कर्मचारी यूनियनों ने भारतीय बैंक संघ (आईबीए) के सैलरी में 2 फीसदी की बढ़ोत्तरी के ऑफर को खारिज कर दिया और संगठन ने अपनी मांगों को लेकर मई महीने में हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है।
9 मई को करेंगे हड़ताल
यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) के संगठन एआईबीओसी के जनरल सेक्रेटरी डीटी फ्रांको ने एक बयान में कहा कि आईबीए का शुरुआती ऑफर महज 2 फीसदी बढ़ोत्तरी का था, जिसे पूरी तरह खारिज कर दिया गया। यूएफबीयू को 9 इम्प्लॉइज और ऑफिसर्स यूनियंस को मिलाकर बनाया गया है। फोरम ने निर्णय लिया कि 9 मई को देश के लगभग 10 लाख बैंक कर्मी 2 दिन हड़ताल करेंगे।
खारिज किया 2 फीसदी वेतन वृद्धि का ऑफर
शनिवार को हुई मीटिंग में आईबीए द्वारा रखे गए 2 फीसदी के ऑफर को खारिज कर दिया गया। पिछली वेतन वृद्धि में आईबीए ने 15 फीसदी बढ़ोतरी की थी। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (ए.आई.बी.ई.ए.) के महासचिव सी. वेंकटचलम ने बताया कि बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों का वेतन संशोधन एक नवम्बर, 2017 से बकाया है। वित्त मंत्रालय ने बैंक प्रबंधनों और आई.बी.ए. को इस विषय पर चर्चा पूरी करके एक नवम्बर 2017 से संशोधित वेतन जारी की सलाह दी थी। इस पर आई.बी.ए. और बैंक यूनियनों की मई 2017 में शुरू हुई चर्चा कई दौर तक चली लेकिन आई.बी.ए. वेतन संशोधन के किसी प्रस्ताव लिए आगे नहीं बढ़ी। अंतत: 15 मार्च 2018 को यूनियनों ने हड़ताल का आह्वान किया था। इस पर आई.बी.ए. ने वार्ता को फिर से शुरू करने की पेशकश की और इसलिए हड़ताल स्थगित कर दी गई थी।