शासन-प्रशासन दोनों पूर्ण रूप से है जिम्मेदार
आंदौलन कर परेशानी में डालेंगे प्रशासन को ग्रामीण जन
राकेश यादव
छिन्दवाड़़ा़/ जुन्नारदेव :-- आगामी समय में ग्राम पंचायत पालाचैरई सहित ग्राम पंचायत नजरपुर, जमकुण्डा आदि क्षेत्रों में पानी के लिए हाहाकार मचेगा। स्थानीय जन पानी की एक-एक बूंद को तरसतें दिखाई देंगे। इस बात के लिए शासन प्रशासन दोनों पूर्ण रूप से जिम्मेदार है क्योकि क्षेत्र में पानी से लेकर संसाधन दोनों की कमी हैं। जिसके चलते उक्त समस्या क्षेत्र में बनी रहती हैं। इस बात से नाराज होकर ग्रामीण जन आंदोलन करेंगे एवं प्रशासन को परेशानी में डालेंगे तत्पश्चात् समस्या का कोई स्थाई हल निकल पायेगा।
ज्ञात रहे कि समूचा क्षेत्र कोयलांचल से सम्बंध रखता हैं। उपज रही इस समस्या के लिए वैसें तो वेकोलि काफी हद तक जिम्मेदार हैं क्योंकि क्षेत्र में कोयला खदानें संचालित होने के कारण वर्षा ऋतु में बादलों से गिरने वाला पानी धरती के भू-गर्भ में समा जाता हैं। इसके चलते क्षेत्र में पानी की विकराल समस्या ग्रामीणों के समक्ष खड़ी हो जाती हैं। वही वर्षा ऋतु में भी क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में वर्षा का न होना भी क्षेत्र में पानी का संकट बड़ेगा इस बात दूर से आहट सुनाई दे रही है।

पानी एवं संसाधन दोनो नही हैं - क्षेत्र में आगामी समय में पानी की विकराल समस्या खड़ी होगी एवं प्रशासन के लिए बैठे-बैठायें एक नया सिरदर्द मिलेगा, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्षेत्र में पानी एवं संसाधन दोनों ही नहीं हैं इस बात के चलते ही उक्त समस्या आगामी दिनों में विकराल रूप धारण करेगी।
निर्वाचित जनप्रतिनीधि को नहीं है लेना-देना - वैसे तो चुनाव में विधायक बनने के लिए प्रत्याशीं इन क्षेत्रों मे आकर हाथ जोड़कर वोट अवश्य मांगते हैं किन्तु विधायक बन जाने के बाद क्षेत्र को ऐसा भूल जाते हैं कि कभी पलट कर भी नहीं देखते कि क्षेत्र में कोई समस्या हैं। पूर्व विधायक नत्थन शाह कवरेती के चुनाव के दौरान भी यह समस्या ग्रामीणों ने उनके समक्ष रखा था किन्तु इनके द्वारा 5 साल में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया कि जिससें क्षेत्र में पानी की व्यवस्था बनें एवं पानी को इधर से उधर पहुंचाने की व्यवस्था हो। इस दिशा में इनके द्वारा कुछ भी नहीं किया गया।
खान अधिकारी तो लगे ही रहते हैं - क्षेत्र में पानी की विकराल समस्या के समाधान के लिए वेकोलि के अधिकारी अपने-अपने स्तर पर कुछ न कुछ प्रयास करते रहते है, जिसके चलते वह कुछ ग्रामीण जन एवं खान कर्मचारियों को पानी उपलब्ध कराते रहते हैं किन्तु चुनाव जीतने के बाद पूर्व विधायक नत्थन शाह ने 5 साल में क्षेत्र में पानी एवं संसाधन दोनों की व्यवस्था बना दिये होते तो जो आज जनता पानी की एक-एक बूंद को तरसती दिख रही हैं उपरोक्त समस्या ग्रामीणों के समक्ष नही होती।
आंदौलन कर परेशानी में डालेंगे ग्रामीण - आगामी दिनों में पानी का हाहाकार मचना तय हैं इस बात को लेकर स्थानीय जन अपना-अपना आक्रोश आंदौलन के माध्यम से प्रशासन के समक्ष रखेंगे। ग्रामीण जन जब आंदौलन करेंगे तो प्रशासन स्वयं परेशान होगा एवं पानी की समस्या का स्थाई हल निकालने पर जन प्रतिनीधियों से चर्चा करेगा।