rafi ahmad ansariबालाघाट। पुलिस विभाग की स्टूडेंट पुलिस केडेट योजना (एसपीसी) के तहत एमएलबी स्कूल की छात्राओं को पुलिस लाइन का भ्रमण करवाया गया। एसपीसी के मप्र नोडल अधिकारी व एडीजीपी राजाबाबू सिंह के निर्देश पर जिला नोडल अधिकारी गौतम सोलंकी के मार्गदर्शन में पुलिस खेल प्रशिक्षक नरेन्द्र सिंह परिहार ने छात्राओं को दल को यह भ्रमण कराया। इस दौरान छात्राओं ने पुलिस लाइन में स्थित विभाग की विभिन्न शाखाओं का भ्रमण किया।
शाखाओं के प्रभारियों ने छात्राओं ने अपने-अपने विभाग से संबंधित विभिन्न जानकारियों से बारिकी अवगत कराया। खासकर विभाग की वाहन शाखा और वायरलेस शाखा का अवलोकन कर छात्राएं काफी रोमाचिंत हुई। जिन्होंने जाना कि अपराध होने पर कैसे वायरलेस से पुलिस जवानों सहित अधिकारियों को जानकारी पहुंचाई जाती है। वहीं वाहन शाखा में छात्राओं ने आधुनिक वाहन और मशीनरी का अवलोकन किया।
इन शाखाओं के भ्रमण के दौरान कई जिज्ञासु छात्राओं ने अपने मन में उठ रहे सवालों के जवाब भी अधिकारियों से लिए। अधिकारियों ने पूरी सहजता और सरलता के साथ छात्राओं की जिज्ञासाओं का समाधान किया।
इस संबंध में खे प्रशिक्षण नरेन्द्र परिहार ने बताया कि इस वर्ष कोरोना काल में भी स्कूली विद्यार्थी एसपीसी से वंचित न हो इसके लिए कोरोना गाइड लाइन पालन करते हुए सावधानियां बरतकर छात्राओं के दल को यह भ्रमण कराया। छात्राएं काफी उत्साहित दिखी जिन्होंने पुलिस विभाग की विभिन्न शाखाओं का भ्रमण किया।
परिहार ने बताया कि एसपीसी योजना के तहत भ्रमण कार्यक्रम की रूपरेखा पूर्व में ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी ने चयनित चार स्कूलों के प्राचार्यो के साथ विस्तृत चर्चा कर बना ली थी। आज एमएलबी की छात्राओं को भ्रमण कराया गया। इसके बाद हायर सेंकडरी स्कूल भटेरा चौकी, हाईस्कूल डाईड, उमावि नवेगांव और हायर सेंकेंडरी स्कूल आंवलाझरी को योजना के तहत कार्यक्रम करवाए जाएंगे।
दो कक्षाओं के लिए दो वर्षीय प्रशिक्षण
परिहार ने बताया कि यह कक्षा आठवीं और नवमीं कक्षा के लिए दो वर्षीय प्रशिक्षण है। जिसमें चयनीत प्रत्येक संस्था से 20-20 छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा। चयनित छात्रों को पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें आपदा प्रबंधन, पुलिस विभाग व यातायात विभाग के कार्यो की जानकारी, शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण, साहसिक प्रशिक्षण का उत्कृष्ट प्रशिक्षको के द्वारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसमें पुलिस विभाग के आला अधिकारी के द्वारा समय-समय पर छात्रों की क्लास लेकर जानकारी दी जाती है। जिले में इस तरह का प्रशिक्षण बीते वर्ष जुलाई माह से प्रारंभ किया गया है।