अब फ्रेंच स्कूलों में इस्तेमाल नहीं होगा मदर और फादर शब्द, जानिए वजह
फ्रांस की नैशनल असेंबली ने अब एक कानून पारित कर दिया है जिसके बाद फ्रांस के सभी स्कूलो में इस्तेमाल होने वाले फॉर्म्स में 'मदर' और 'फादर' शब्द का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसकी जगह पैरंट 1 और पैरंट 2- इन दो टर्म्स का इस्तेमाल होगा। फ्रांस के स्कूल ऑफ ट्रस्ट बिल में यह संशोधन इसलिए किया गया है ताकि सेम सेक्स पैरंट्स के साथ किसी तरह का भेदभाव न हो।
परिवार की विविधता को स्वीकार किया जाए
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रॉ की पार्टी ला रिपबल्कि एन मार्च पार्टी ने भी पूरे बहुमत के साथ इस फैसले का स्वागत किया। इस संशोधन को फ्रेंच असेंबली में रखने वाली एमपी वैलेरी पेटिट ने कहा, इस संशोधन का उद्देश्य यही है कि एक ऐसा कानून हो जिसके जरिए बच्चे के परिवार की विविधता को स्कूलों में जमा किए जाने वाले प्रशासनिक फॉर्म्स में भी स्वीकार किया जाए। पेटिट की मानें तो पुराने कानून में सेम सेक्स पैरंट्स की मौजूदगी की बात तक नहीं की गई थी।
पुराने सामाजिक आधार पर बनाए गए थे स्कूल के फॉर्म्स
पेटिट कहती हैं, हमारे सामने ऐसे कई परिवार हैं जिनहें बेहद पुराने सामाजिक और पारिवारिक मॉडल के आधार पर बनाए गए फॉर्म्स में टिक करना पड़ता था। लिहाजा हमारे लिए यह संशोधन सामाजिक बराबरी का एक कदम है। हालांकि फ्रांस के कुछ एमपी ऐसे भी हैं जो इस फैसले से खुश नहीं हैं।
पैरंट 1 और पैरंट 2 का होगा इस्तेमाल
इस संशोधन में कहा गया है- किसी भी तरह के भेदभाव से बचने के लिए स्कूल में नाम दर्ज करवाते वक्त, क्लास रेजिस्टर में, पैरंट्स की अनुज्ञप्ति लेते वक्त और सभी तरह के दूसरे आधिकारिक फॉर्म्स में जिसमें बच्चे शामिल हैं उसमें सिर्फ पैरंट 1 और पैरंट 2 उल्लेख किया जाएगा। साल 2013 में फ्रांस में सेम-सेक्स मैरिज को कानूनी मान्यता प्राप्त हो गई थी।