आज चंपारण को एक बार फिर वही संकल्प लेना है जो उसने आजादी के समय लिया था': प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

आज चंपारण को एक बार फिर वही संकल्प लेना है जो उसने आजादी के समय लिया था': प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पश्चिमी चंपारण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पश्चिमी चंपारण में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि चंपारण एक प्रकार से भारत की आस्था-आध्यात्म और हमारे सामर्थ्य को परिभाषित करने वाली धरती है। यहां बुद्ध के निशान भी हैं। यहां से भारत के स्वतंत्रता आंदोलन को भी नई दिशा मिली। ये पूज्य बापू के सत्याग्रह की धरती है। आज चंपारण को एक बार फिर वही संकल्प लेना है जो उसने आजादी के समय लिया था। आज फिर चंपारण के लोगों को संकल्प लेना है कि जो भी आत्मनिर्भर बिहार,आत्मनिर्भर भारत के रास्ते में रोड़ा बन रहे हैं, उन्हें लोकतांत्रिक तरीके से सबक सिखाया जाए। पूर्वी चंपारण में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मोतिहारी आना तो बहुत बार हुआ है। लेकिन अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के बाद आज पहली बार आपके बीच आया हूं। सदियों के लंबे इंतजार के बाद, तप और तपस्या के लंबे दौर के बाद जो ये अवसर आया है, उसके लिए रामायण की रचनास्थली से जुड़े आप सभी साथियों को मैं बधाई देता हूं। जब कोरोना का संकट देश में आया तो सबसे पहले गांव, गरीब और किसान के बारे में ही सोचा गया। ये संक्रमण गांव तक ना फैले, इसके लिए सही समय पर लॉकडाउन किया गया। गरीब परिवारों को भूखा ना सोना पड़े इसके लिए दीवाली और छठ पूजा तक मुफ्त राशन की व्यवस्था की गई।

'बिहार के युवाओं को बिहार में ही अच्छा रोजगार मिले ये बहुत जरूरी'
पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के जो श्रमिक परिवार दूसरे राज्यों से लौटे हैं, उनके राशन से लेकर रोजगार तक के लिए इस दौरान गरीब कल्याण रोजगार अभियान चलाया गया है। कटाई और खरीद के साथ-साथ लॉकडाउन के दौरान बुवाई के लिए भी किसानों को हर जरूरी सुविधा उपलब्ध कराई गई। बिहार के युवाओं को बिहार में ही अच्छा और सम्मानजनक रोजगार मिले ये बहुत जरूरी है। सवाल ये है कि ये कौन दिला सकता है? वो लोग जिन्होंने बिहार अंधेरे और अपराध की पहचान दी! वो लोग जिनके लिए रोजगार देना करोड़ों की कमाई का माध्यम है!

'जंगलराज वालों को चिंता, अपनी तिजोरी कैसे भरें'
पूर्वी चंपारण में प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए का प्रयास है कि हम बिहार के अपने गरीब भाइयों बहनों को ज्यादा से ज्यादा पक्के घर कैसे दे सकें। जंगलराज वालों को चिंता है कि अपनी तिजोरी कैसे भरें। हमारी प्राथमिकता है कि बिहार के किसानों को, श्रमिकों को, बुजुर्गों को पैसे सीधे उनके बैंक खाते में डाल सकें। जंगलराज का अंधेरा बिहार पीछे छोड़ चुका है, अब नई रोशनी में डबल इंजन की ताकत के साथ विकास का लाभ हमें बिहार के हर व्यक्ति तक पहुंचाना है।

'आत्मनिर्भर बिहार, हर युवा की आकांक्षाओं को पूरा करने का रोडमैप'
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार, यहां के हर युवा की आकांक्षाओं को पूरा करने का रोडमैप है। आत्मनिर्भर बिहार, यहां के गांव-गांव के सामर्थ्य को पहचान दिलाने का मार्ग है। आत्मनिर्भर बिहार, बिहार के गौरव, बिहार के वैभव को फिर से लौटाने का मिशन है। बिहार को बीमार होने से बचाने के लिए, बिहार को आत्मनिर्भर बनाने के लिए, हर एक परिवार का, हर एक मतदाता का एक-एक वोट NDA यानी बीजेपी, जेडीयू, हम पार्टी और वीआईपी पार्टी के उम्मीदवारों को ही पड़ना चाहिए।

समस्तीपुर में बोले पीएम- आपका उत्साह देखकर 10 नवंबर के रिजल्ट का पता चल गया
इससे पहले पीएम मोदी ने समस्तीपुर में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना की बंदिशों के बीच भी इतनी भारी संख्या में आना, ये आपका जोश और उत्साह साफ-साफ बता रहा है कि नतीजे क्या होने वाले हैं। यहां हर कोने में विजय का विश्वास है, उमंग है, उत्साह है और बिहार के उज्ज्वल भविष्य का संकल्प मैं देख रहा हूं। आपका उत्साह देखकर 10 नवंबर के रिजल्ट का पता चल गया। आज अगर हर आंकलन, हर सर्वे NDA की जीत का दावा कर रहा है तो उसके पीछे ठोस और मजबूत कारण है। आज NDA की फिर से सरकार हमारी माताएं-बहनें बना रही हैं जिनको हमारी सरकार, नीतीश सरकार ने सुविधाओं और अवसरों से जोड़ा है।

'जिन बहनों को पीने के पानी के संघर्ष से मुक्ति मिली, वो NDA के पक्ष में वोट डाल रही हैं'
पीएम मोदी ने कहा कि वो जीविका दीदियां, जो आज आत्मनिर्भर परिवार और आत्मनिर्भर बिहार की प्रेरणा बन रही हैं, वो NDA को ताकत दे रही हैं। घर-घर, स्कूल-स्कूल बने शौचालयों ने जिन बहनों-बेटियों को गरिमा दी, अंधेरे के इंतज़ार से मुक्ति दी, वो NDA की सरकार बना रही हैं। जिन बहनों को पीने के पानी के संघर्ष से मुक्ति मिली वो NDA के पक्ष में वोट डाल रही हैं। जीवन भर धुएं में उलझती उन बहनों का वोट NDA के लिए है, जिनके घर में उज्जवला का सिलेंडर पहुंचा है। बिहार के बेटे-बेटियां, जिन्हें आज मुद्रा लोन मिल रहा है, बैंकों ने जिनके लिए दरवाजे खोल दिए हैं, जिन्हें IIT-IIM-एम्स मिल रहा है, वो आज अपने उज्जवल भविष्य के लिए NDA पर भरोसा कर रहे हैं।

समस्तीपुर में पीएम मोदी का परिवारवाद पर करारा प्रहार
प्रधानमंत्री ने समस्तीपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि आज देश में एक तरफ लोकतंत्र के लिए पूर्ण रूप से समर्पित, एनडीए का गठबंधन है। वहीं दूसरी तरफ अपने निहित स्वार्थ को समर्पित पारिवारिक गठबंधन हैं। सिर्फ और सिर्फ अपने-अपने परिवार के लिए काम कर रही इन पारिवारिक पार्टियों ने आपको क्या दिया? बड़े-बड़े बंगले बने, तो किसके बने? महल बने, तो किसके बने? बड़ी-बड़ी करोड़ों की गाड़ियां आईं, गाड़ियों का काफिला बना, तो किसका बना।

'जिनकी नीयत खराब हो, वो विकास के हर प्रयास का विरोध ही करेंगे'
पीएम मोदी ने कहा कि जिनकी नीयत खराब हो, जिनकी नीति सिर्फ गरीबों का धन लूटने की हो, जो निर्णय सिर्फ अपने और अपने परिवार को ध्यान में रखकर लेते हों, वो विकास के हर प्रयास का विरोध ही करेंगे। सरदार पटेल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार साहब ने पूरा जीवन सिर्फ और सिर्फ देश के लिए लगाया की नहीं? सरदार साहब कांग्रेस पार्टी के थे कि नहीं? फिर भी कांग्रेस पार्टी कल सरदार पटेल की जन्म जयंती पर उनका स्मरण तक नहीं किया।

'पहले चरण के मतदान से साफ है, एनडीए की सरकार दोबारा बन रही'
इससे पहले छपरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव सभाएं हमने पहले भी देखी हैं। चुनाव में कितनी भी गर्मी आई हो, चुनाव कितना भी नजदीक क्यों न आ गया हो। तो भी सुबह 10 बजे से पहले इतनी बड़ी विशाल रैली कभी संभव नहीं होती। ये अद्भुत नजारा है। यहां के लोगों का उत्साह देखने लायक है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले चरण के मतदान से साफ नजर आ रहा है कि नीतीश बाबू के नेतृत्व में एनडीए की सरकार दोबारा बन रही है। पहले चरण के मतदान में आपने एनडीए को जो भारी समर्थन के संकेत दिए हैं और जिन्होंने भी मतदान किया है, उनका मैं अभिनंदन करता हूं। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा।

विपक्ष पर पीएम का निशाना, कहा- ये अपने परिवार के लिए पैदा हुए हैं
पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी के लिए, एनडीए के लिए आपका ये प्रेम कुछ लोगों को अच्छा नहीं लग रहा है, रात को उन्हें नींद नहीं आ रही है। कभी-कभी तो अपने ही कार्यकर्ताओं से मारकर फेंकते हैं। उनकी हताशा-निराशा, बौखलाहट, गुस्सा, अब बिहार की जनता बराबर देख रही है। चेहरे से हंसी गायब हो गई है। बिहार के लोगों को, उनकी भावनाओं को ये लोग कभी समझ नहीं सकते। ये अपने परिवार के लिए पैदा हुए हैं, अपने परिवार के लिए जी रहे हैं, अपने परिवार के लिए ही जूझ रहे हैं। उन्हें न बिहार से कोई लेना देना है और न बिहार की युवा पीढ़ी से कोई लेना देना है। पीएम मोदी ने एक बार फिर तेजस्वी पर निशाना साधते हुए 'जंगलराज के युवराज' कहकर निशाना साधा।

'बिहार में डबल इंजन की सरकार, तो दूसरी ओर डबल युवराज हैं'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज बिहार के सामने, डबल इंजन की सरकार है, तो दूसरी तरफ डबल-डबल युवराज भी हैं। उनमें से एक तो जंगलराज के युवराज भी हैं। डबल इंजन वाली एनडीए सरकार, बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध है, तो ये डबल-डबल युवराज अपने-अपने सिंहासन को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। 3-4 साल पहले यूपी के चुनाव में भी डबल-डबल युवराज बस के ऊपर चढ़कर लोगों के सामने हाथ हिला रहे थे। यूपी की जनता ने वहां उन्हें घर लौटा दिया था। वहां के एक युवराज अब जंगलराज के युवराज से मिल गये हैं। यूपी में जो डबल-डबल युवराज का हुआ, वो ही बिहार में होगा।'

बुजुर्ग महिला के वायरल वीडियो का पीएम मोदी ने किया जिक्र
पीएम मोदी ने चुनावी रैली में कहा, 'बिहार के एक गांव की किन्हीं बुजुर्ग महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है। उसमें एक व्यक्ति उन महिला से पूछता है कि मोदी को काहे खातिर वोट देबो। आखिर मोदी ने तुम्हारी खातिर किया क्या है? मैं वो वीडियो देखकर बहुत प्रभावित हुआ। उस गांव कि महिला, उस मां ने उसके सवाल का एक सांस में जवाब देना शुरू कर दिया। जब वो जवाब दे रही थी तो वो जो सवाल पूछने वाला था, उसका चेहरा लटक गया। उस महिला ने बिना लाग लपेट के कहा कि मोदी हमारा के नल देहलन, लाइन देहलन, बिजली देहलन, मोदी हमरा के कोटा देहलन, राशन देहलन, पेंसिल देहलन। मोदी हमरा के गैस देहलन। उनका क्यों वोट न देबे, का तौहर के देब।'

पीएम बोले- 'मां! तुम छठ की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है'
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में आज कोई ऐसा नहीं है, जिसे कोरोना ने प्रभावित न किया हो। जिसका इस महामारी ने नुकसान न किया हो। एनडीए की सरकार ने कोरोना की शुरुआत से ही प्रयास किया है कि वो इस संकटकाल में देश के गरीब, बिहार के गरीब के साथ खड़ी रहे। कोरोना के काल में किसी मां को ये चिंता करने की जरूरत नहीं है कि छठ पूजा को कैसे मनाएंगे। अरे मेरी मां! आपने अपने बेटे को दिल्ली मैं बैठाया है, तो क्या वो छठ की चिंता नहीं करेगा! मां! तुम छठ की तैयारी करो, दिल्ली में तुम्हारा बेटा बैठा है।

'2-3 दिन पहले पड़ोसी देश ने पुलवामा हमले की सच्चाई को स्वीकारा'
पीएम मोदी ने कहा कि हाल ही में गोपालगंज के बेटे वावेल रामकलावन सेशेल्स के राष्ट्रपति चुने गए हैं। मैंने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने आगे कहा कि ये भी सच है कि बिहार के हज़ारों युवाओं का अलग-अलग कंपीटिशन की कोचिंग में, तैयारी में ऊर्जा, समय और पैसा दोनों लगता है। अब रेलवे, बैंकिंग और ऐसी अनेक सरकारी भर्तियों के लिए एक ही एंट्रेंस एग्ज़ाम की व्यवस्था की जा रही है। देश में चौतरफा हो रहे विकास के बीच, आप सभी को उन ताकतों से भी सावधान रहना है, जो अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए देशहित के खिलाफ जाने से भी बाज नहीं आतीं। ये वो लोग हैं जो देश के वीर जवानों के बलिदान में भी अपना फायदा देखने लगते हैं। 2-3 दिन पहले पड़ोसी देश ने पुलवामा हमले की सच्चाई को स्वीकारा है। इस सच्चाई ने उन लोगों के चेहरे से नकाब हटा दिया, जो हमले के बाद अफवाहें फैला रहे थे।

'बड़ी परियोजनाएं जो बिहार के लिए जरूरी थीं, वो बरसों तक क्यों अटकीं रहीं?'
प्रधानमंत्री ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा, 'आज के नौजवान को खुद से पूछना चाहिए कि बड़ी-बड़ी परियोजनाएं जो बिहार के लिए इतनी जरूरी थीं, वो बरसों तक क्यों अटकीं रहीं? बिहार के पास सामर्थ्य तब भी भरपूर था। सरकारों के पास पैसा तब भी पर्याप्त था। फर्क सिर्फ इतना था कि तब बिहार में जंगलराज था। पुल बनाने के लिए कौन काम करेगा जब इंजीनियर सुरक्षित नहीं हो? कौन सड़क बनाएगा जब ठेकेदार की जान चौबीसों घंटे खतरे में हो। किसी कंपनी को अगर कोई काम मिलता भी था, तो वो यहां काम शुरु करने से पहले सौ बार सोचती थी। ये है जंगलराज के दिनों की सच्चाई है।'