ईओडब्लू कार्रवाई : करप्शन का रोहाणी कनेक्शन
जबलपुर
आय से अधिक संपत्ति मामले में पीएचई विभाग के रिटायर्ड अधिकारी सुरेश उपाध्याय पर ईओडब्लू कार्रवाई की आंच पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ईश्वरदास रोहाणी के बेटे और जबलपुर कैंट सीट से भाजपा के विधायक अशोक रोहाणी तक पहुंच गई है। टीम को अधिकारी के ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले है, जिसमें विधायक अशोक रोहाणी के परिवार के जमीन खरीद फरोख्त की जानकारी सामने आई है।रोहाणी ने अपनी संपत्ति उपाध्याय के नाम कर रखी है।
सूत्रों की माने तो विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष ईश्वर दास रोहाणी और उनके बेटे विधायक अशोक रोहाणी ने अपनी संपत्ति उपाध्याय के नाम खरीद रखी है। रोहाणी परिवार के लोगों ने दो दर्जन से ज्यादा लोगों के नाम पर संपत्ति ले रखी है। सरकारी जमीन हथिया कर कॉलोनी काट ली है।और इसके दस्तावेज भी EOW की टीम के हाथ लगे है।वही कांग्रेस ने दावा किया है कि उपाध्याय के पास 400 करोड़ रुपये की अनुपातहीन संपत्ति है। उपाध्याय की पत्नी भाजपा नेत्री हैं और उनके भाजपा के दिग्गज नेताओं से अच्छे संबंध रहे हैं। इस संपत्ति में भाजपा नेताओं की भी दौलत शामिल होना बताई जा रही है।
वही ईओडब्ल्यू की जांच में सामने आया है कि उपाध्याय ने अपनी काली कमाई पत्नी बेटे और बेटी के नाम भी की है। उपाध्याय व उसके परिजन को जिन लोगों ने अपनी प्रापर्टी बेची थी, उन्हें भी नोटिस जारी किए जा रहे हैं। उपाध्याय परिवार ने कुछ दिन पहले की कजरवारा क्षेत्र में 100 एकड़ जमीन का सौदा किया था। कजरवारा वाली जमीन की रजिस्ट्री हुई है या नहीं इसकी भी जांच चल रही है।
सतीश उपाध्याय के घर से टीम को एक डायरी भी मिली है, जिसमें शहर के कई रसूखदार लोगों के नाम के साथ लाखों रुपए का लेन देन का उल्लेख है।वही सुरेश उपाध्याय का बिलहरी में जिस जगह बंगला है उसकी कीमत ही करोड़ों में आंकी जा रही है। ईओडब्ल्यू एसपी देवेन्द्र राजपूत का कहना है कि दस्तावेजों का सत्यापन पूर्ण होने के बाद ही अनुमान लगाया जा सकेगा कि सम्पत्तियों में कितनी रकम उपाध्याय परिवार ने इन्वेस्ट की थी।