एयरसेल के पूर्व मालिक ने फाइव स्टार होटल में की CBI के वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात

नई दिल्ली
एयरसेल के पूर्व मालिक सी शिवशंकरन ने इस साल सितंबर में जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात की थी? सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को जिस दिन सरकार ने छुट्टी पर भेजा, उससे एक दिन पहले ही जॉइंट डायरेक्टर रैंक के एक अधिकारी ने दिल्ली के फाइव स्टार होटल में एयरसेल के पूर्व मालिक से मुलाकात थी। इस तरह की मुलाकात को सीबीआई के नियमों के खिलाफ माना जाता है।
सूत्रों के अनुसार, शिवा ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी से मुलाकात के लिए पहचान छुपाई थी। फर्जी पहचान के जरिए इस उद्योगपति ने केंद्रीय जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात की। इस साल मई में उद्योगपति शिवशंकरन के लिए लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) नोटिस जारी किया हैं। इस नोटिस के कारण विदेश जाने पर पाबंदी होती है और जिस व्यक्ति के नाम पर नोटिस जारी होता है, उसे एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया जा सकता है। ऐसे हालात में उद्योगपति का वरिष्ठ अधिकारी से मिलना किसी भी सूरत में संयोग से हुई मुलाकात नहीं लगती है।
सरकार के लिए यह स्थिति और भी परेशान करनेवाली है क्योंकि शिवा पर आईडीबीआई बैंक से 600 रुपए के गबन का आरोप है। इस केस में पब्लिक सेक्टर बैंक के कई एमडी और सीएमडी के भी नाम शामिल हैं। सीबीआई में चल रहे घमासान के कारण पहले ही सरकार के लिए असहज स्थिति है और ऐसे हालात में वरिष्ठ अधिकारी और आरोपी उद्योगपति की मुलाकात ने एक और असमंजस की स्थिति बना दी।
इस बीच आरोपी शिवा ने इस तरह की हुई किसी गुपचुप मुलाकात से साफ इनकार किया है। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए शिवा ने कहा, 'ऐसी कोई अनौपचारिक मुलाकात नहीं हुई है। एक आधिकारिक मुलाकात जरूर हुई थी। मैंने आधिकारिक तौर पर अधिकारी से मुलाकात की थी क्योंकि मुझे जांच एजेंसी की तरफ से बुलाया गया था।' शिवा ने मुलाकात किस दिन हुई, इसके बारे में कहा कि उन्हें दिन और तारीख ठीक से याद नहीं है।
एयरसेल के पूर्व मालिक के पास अब सेशल्ज की नागरिकता है। सूत्रों के हवाले से पता चला है कि साउथ दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में शिवा रूम नंबर 901 में ठहरा था, जहां जॉइंट डायरेक्टर रैंक के अधिकारी ने उससे मुलाकात की। हालांकि, उसी दिन शिवा ने सीबीआई हेडक्वॉर्टर में भी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की थी और इसका सीसीटीवी फुटेज सरकारी विभागों के साथ शेयर किया गया है।