ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए दीपा को विश्व कप में स्वर्ण पदक की जरूरत: नंदी

ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए दीपा को विश्व कप में स्वर्ण पदक की जरूरत: नंदी

नयी दिल्ली
कोच बिश्वेश्वर नंदी ने कहा है कि तोक्यो ओलंपिक 2020 में क्वालीफाई करने के लिए दीपा करमाकर को आगामी विश्व कप प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने की जरूरत है। उन्होंने साथ ही कहा कि उनका लक्ष्य इस दिग्गज जिम्नास्ट को स्टुटगार्ट में 2019 विश्व चैंपियनशिप में पोडियम पर जगह दिलाना है।    दीपा ने तोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के अपने अभियान की मजबूत शुरुआत करते हुए शनिवार को जर्मनी के कोटबस में कलात्मक जिम्नास्टिक विश्व कप में कांस्य पदक जीता। नंदी ने जर्मनी से पीटीआई से कहा, ‘‘मैंने उम्मीद नहीं की थी कि कई पदक विजेताओं सहित इतने मजबूत खिलाड़ियों की मौजूदगी में वह इतना अच्छा प्रदर्शन करेगी लेकिन उसने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे मैं संतुष्ट हूं। उसके पास प्रतियोगिता की तैयारी के लिए बेहद कम समय था और उसने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। पिछले कुछ महीनों में मैंने उसे काफी रुलाया है इसलिए मैं काफी संतुष्ट हूं। उन्होंने कहा, ‘‘यह अच्छी शुरुआत है लेकिन ओलंपिक में क्वालीफाई करने के लिए उसे विश्व कप की अगली तीन से चार प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतना होगा। दूसरा या तीसरा स्थान मायने नहीं रखता।’’ कोटबस प्रतियोगिता 2020 ओलंपिक के लिए आठ प्रतियोगिताओं की क्वालीफाइंग प्रणाली का हिस्सा है। इस प्रक्रिया के अंत में जिम्नास्ट अपने तीन सर्वश्रेष्ठ स्कोर के आधार पर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करेंगे। दीपा जिन अगली तीन प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले सकती हैं वे बाकू, मेलबर्न और दोहा में होने वाले विश्व कप हो सकते हैं। नंदी ने कहा, ‘‘हमने अब तक फैसला नहीं किया है कि वे कौन सी प्रतियोगिताएं होंगी। मैं अकेला फैसला नहीं कर सकता। भविष्य की प्रतियोगिताओं के बारे में फैसला करने के लिए हम साइ, खेल मंत्रालय और भारतीय जिम्नास्टिक महासंघ के साथ चर्चा करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हमारा मुख्य लक्ष्य अगले साल जर्मनी में विश्व चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना है। यह ऐसी प्रतियोगिता है जहां तीसरा या चौथा स्थान भी आपको ओलंपिक में स्थान दिला सकता है। इसलिए यह उसके लिए मुख्य लक्ष्य होगा।