कचरे के ढेर पर छोड़ गई रोती बिलखती नवजात को निर्दयी मां

ग्वालियर
'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' क्या एक नारा भर बन कर रह गया है. कम से कम मध्य प्रदेश में तो मासूमों के साथ जिस तरह की घटनाएं रोजाना पेश आ रही हैं,उनको देखकर तो इस बात की पुष्टि होती है.बेटियों के प्रति अब भी लोगों की सोच 18वीं शताब्दी वाली ही है. इसका सुबूत ग्वालियर में कचरे के ढेर से नवजात कन्या के मिलने के पक्का हो गया. गनीमत यह रही कि एक सजग नागरिक की वजह से मामला पुलिस तक पहुंचा और पुलिस ने इस जीवित नवजात बालिका को कमलाराजा चिकित्सालय में भर्ती कराया है, जहां उसकी हालत फिलहाल गंभीर बनी हुई है. पुलिस अब उस महिला की तलाश कर रही है जिसने बालिका को खुले आसमान के नीचे मरने के लिए छोड़ दिया.

रविवार की सुबह हजीरा इलाके के महारानी झलकारी बाई कॉलेज के पीछे कचरे के ढेर पर एक नवजात के रोने की आवाज सुन लोगों ने जब वहां जाकर देखा तो एक नवजात बालिका वहां बिलख रही थी. खास बात यह है कि घटनास्थल से थाना बमुश्किल कदमों के फासले पर है. पुलिसकर्मी बालिका के मिलने की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे और उसे एंबुलेंस के जरिए अस्पताल में भिजवाया. बच्ची को फिलहाल एसएनसीयू यूनिट में रखा गया है. हजीरा पुलिस ने अज्ञात महिला के खिलाफ हजीरा पुलिस में मामला दर्ज कर लिया है.