कैप्‍टन बनने के लिए हो रहे बंटवारा टास्‍क को टीम जैस्‍मि‍न ने जीता

कैप्‍टन बनने के लिए हो रहे बंटवारा टास्‍क को टीम जैस्‍मि‍न ने जीता


'बिग बॉस 14' में बंटवारे के टास्‍क ने भूचाल ला दिया है। ग्रुप टूट रहे हैं, दोस्‍त दुश्‍मन बन रहे हैं। शुक्रवार के एपिसोड में भी कैप्‍टेंसी के लिए रुबीना दिलैक और जैस्‍मि‍न भसीन की टीम में भ‍िड़ंत होगी। बेडरूम और किचन के बंटवारे के बाद अब बारी बाथरूम एरिया की है। टास्‍क के दौरान जहां जैस्‍मि‍न और रुबीना में जमकर तू-तू-मैं-मैं होगी, वहीं खबर है कि यह टास्‍क जैस्‍मि‍न की टीम जीत गई है। क्‍योंकि अली गोनी पहले ही 'घर से बेघर' होने के लिए नॉमिनेटेड हैं, इसलिए अब जैस्‍मि‍न, निक्‍की तंबोली और राहुल वैद्य में से किसी को कैप्‍टन बनना है। लेकिन 'बिग बॉस' ने यहां भी सीन पलट दिया है।


'बिग बॉस' की खबरें देने वाले 'द खबरी' ट्विटर हैंडल के मुताबिक, जैस्‍मि‍न की टीम बंटवारा टास्‍क जीत गई है। लेकिन बिग बॉस ने यहां भी सीन पलट दिया है। यह टास्‍क कैप्‍टेंसी के लिए है और 'बिग बॉस' ने अब टीम मेंबर्स को कहा है क‍ि वह आपसी सहमति से घर का नया कैप्‍टन चुनें। इसी हफ्ते दंड पाकर अली गोनी पहले ही बेघर होने के लिए नॉमिनेटेड हैं, इसलिए अब जैस्‍मि‍न, निक्‍की और राहुल में से किसी को आपसी सहमति से कैप्‍टन बनना है। लेकिन इसके लिए उनकी टीम में ही भसड़ मच गई है।

शो मेकर्स ने जो प्रोमो जारी किया है, उसमें दोनों टीमें आपसी सहमति से कैप्‍टन चुनने की कोश‍िश कर रही हैं। अब क्‍योंकि 'द खबरी' की रिपोर्ट कहती है कि टीम जैस्‍मि‍न जीत गई है, इसलिए हम उसी पर फोकस करते हैं। राहुल और निक्‍की कह रहे हैं कि वो कैप्‍टन बनना चाहते हैं। एक बार पहले कैप्‍टन बन चुकीं जैस्‍मि‍न भी दोबारा कैप्‍टन बनना चाहती हैं। राहुल कहते हैं उन्‍हें कैप्‍टन बनना चाहिए, लेकिन निक्‍की इस पर कहती हैं उन्‍हें कप्‍तान बनना है। कविता भी निक्‍की की पैरवी करते हुए कहती हैं कि वह एक स्‍ट्रॉन्‍ग लड़की है और उसे कैप्‍टन बनना चाहिए।


कविता की बातों से राहुल और जैस्‍मि‍न दोनों इत्‍तेफाक नहीं रखते। राहुल कहते हैं कि बात जब मौका दिए जाने की ही है तो उन्‍हें मौका क्‍यों नहीं दिया जा रहा है। जबकि जैस्‍मि‍न कहती हैं कि निक्‍की घर में फसाद करती रहती हैं, ऐसे में उन्‍हें कैप्‍टन कैसे बना दिया जाए। निक्‍की इस पर अपने अतरंगी अंदाज में बीच में उठ जाती हैं और कहती हैं कि यदि कोई उन्‍हें नहीं समझ पा रहा है तो उन्‍हें इससे रत्तीभर भी फर्क नहीं पड़ता है।