कैबिनेट मंत्रियों के बीच शुरू हुआ घमासान,  वित्त विभाग को लेकर सीएम और सिंहदेव के बीच मचा दंगल

कैबिनेट मंत्रियों के बीच शुरू हुआ घमासान,  वित्त विभाग को लेकर सीएम और सिंहदेव के बीच मचा दंगल

रायपुर
 छत्तीसगढ़ में मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद विभागों के बंटवारे को लेकर दंगल शुरू हो गया है। दो दिन बाद तक मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल के सदस्यों को विभाग आवंटित नहीं कर पाए हैं। कई दौर की चर्चाओं के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वित्त विभाग पर अपना दावा छोडऩे को तैयार नहीं हुए।

मंत्री टीएस सिंहदेव ने इसको लेकर अपनी इच्छा जताई थी। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने टीएस सिंहदेव को गृह विभाग देने की पेशकश की थी, जिसे सिंहदेव ने साफ इनकार कर दिया। बाद में मुख्यमंत्री ने अपनी तरफ से विभागों का बंटवारा कर पूरी सूची कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यालय भेज दी है। तय हो गया है कि मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी दिल्ली से तय होगा।

बताया जा रहा है कि इसपर बातचीत के लिए भी मुख्यमंत्री बुधवार शाम को दिल्ली जाने वाले थे, लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने कार्यक्रम रद्द कर दिया। गुरुवार को भी वे रायपुर में ही रहेंगे।

इन मंत्रियों के पास है अनुभव : भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में शामिल 11 में से केवल चार के पास मंत्री के रूप में काम करने का पूर्व अनुभव है। रविंद्र चौबे संयुक्त मप्र में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। जोगी मंत्रिमंडल के भी वे सदस्य थे। ताम्रध्वज साहू जोगी मंत्रिमंडल में उर्जा, शिक्षा और जल संसाधन विभाग के राज्य मंत्री रहे हैं। मोहम्मद अकबर और डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को भी विभाग चलाने का अनुभव है।

सात विधायक पहली बार बने हैं मंत्री : मंत्रिमंडल में शामिल सात विधायक पहली बार मंत्री बने हैं। इन मंत्रियों में टीएस सिंहदेव, कवासी लखमा, डॉ. शिव डहरिया, गुरु रुद्र कुमार, अनिला भेडिय़ा, उमेश पटेल और जय सिंह अग्रवाल शामिल हैं। हालांकि जयसिंह अग्रवाल को साडा अध्यक्ष के रूप में राज्यमंत्री का रुतबा मिल चुका है।

वरिष्ठ मंत्रियों से भी की चर्चा
विभागों के बंटवारे से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अस्थायी मुख्यमंत्री निवास पहुना में वरिष्ठ मंत्रियों टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और रविंद्र चौबे से चर्चा की। बताया जा रहा है कि चर्चा इन मंत्रियों के विभागों को लेकर ही हुई है। तीनों प्रभावशाली नेताओं ने कुछ ऐसे विभाग लेने में रुचि दिखाई है, जो कोई भी मुख्यमंत्री अपने पास रखना चाहता है।

मंत्रियों ने कहा जल्द होगा फैसला
मुख्यमंत्री के साथ बैठक के बाद मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि मंत्रियों के विभागों का बंटवारा मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। उन्होंने बताया कि बहुत जल्द विभागों का बंटवारा कर लिया जाएगा। मंत्री टीएस सिंहदेव ने भी बताया, मुख्यमंत्री ने उन लोगों से विभागों की बावत बातचीत कर ली है। अब प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से बातचीत के बाद वे विभागों का बंटवारा कर लेंगे।