गोपनीय सर्वे रिपोर्ट के आधार पर तय होगी कांग्रेस की टिकट

रायपुर 

छत्तीसगढ़ में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. चुनाव में उतारने के लिए प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया भी की जा रही है. छत्तीसगढ़ में हार की हैट्रिक बना चुकी कांग्रेस चौथी बार चुनाव में कोई चूक नहीं करना चा रही है. इसके तहत ही कांग्रेस गोपनीय सर्वे करा रही है. गोपनीय सर्वे रिपोर्ट के आधार पर ही प्रत्याशियों की टिकट तय की जाएगी.

दरअसल कांग्रेस ने बीते 15 साल में हर उपाय कर के देख लिये, लेकिन चुनाव नहीं जीत सके. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 35 सीटिंग एमएलए को टिकट दिया था, लेकिन सिर्फ 8 ही जीत पाए. इस बार पार्टी कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती और न ही किसी परंपरा का बोझ उठाना चाहती है.

उम्मीदवार चयन में बार बार धोखा खाने के बाद कांग्रेस के आला कमान ने अब गोपनीय सर्वे के आधार पर टिकट बांटने का फैसला किया है. इस खबर से कांग्रेस के उन नेताओ की नींद उड़ सकती है, जो पहले से विधायक हैं या किसी सीट के परंपरागत उम्मीदवार की पहचान रखते हैं. या फिर अपनी पहुंच के दम पर टिकट ले आने का जिन्हें विश्वास है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव की मानें तो गोपनीय सर्वे की उन्हें कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन सर्वे जरूर हो रहा है. मिली जानकारी के मुताबिक ये सर्वे सीधे केंद्रिय नेतृत्व यानी राहुल गांधी करवा रहे हैं. प्रदेश में किसी नेता को इसमें शामिल नहीं किया गया है और न ही कोई रिपोर्ट उनसे ली जा रही है. ये गोपनीय सर्वे राहुल के सबसे भरोसेमंद सिपहसालारो की निगाहबानी में हो रही है, जिसमें सीधे सीधे जनता से मिले फीडबैक के आधार रिपोर्ट बनाने की बात कही जा रही है.