ग्लोबल कॉन्फ्रेंस का आह्वान, आतंकवाद के खिलाफ जंग में पीएम मोदी ने मांगा रूस और चीन का साथ

ग्लोबल कॉन्फ्रेंस का आह्वान, आतंकवाद के खिलाफ जंग में पीएम मोदी ने मांगा रूस और चीन का साथ

 
ओसाका

 जापान के ओसाका में जी-20 देशों की मीटिंग से इतर ब्रिक्स देशों की अनौपचारिक मीटिंग में पीएम मोदी ने सदस्य देशों से आतंकवाद के खिलाफ निपटने में मदद मांगी। पीएम मोदी ने मीटिंग में कहा कि विश्व व्यापार संगठन को मजबूत करने की जरूरत है और संरक्षणवाद एवं आतंकवाद के खिलाफ जंग की जरूरत है। इस दौरान पीएम मोदी ने एक बार फिर से आतंकवाद के खिलाफ ग्लोबल कॉन्फ्रेंस के आयोजन की मांग की। 

पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ निष्क्रिय नहीं रह सकती है क्योंकि इसे लेकर आम सहमति नहीं बनी है। पीएम मोदी ने कहा, 'मानवता के लिए आतंकवाद सबसे बड़ा खतरा है। इससे सिर्फ निर्दोष लोगों की जान ही नहीं जाती बल्कि आर्थिक विकास बाधित होती है और सामाजिक स्थिरता भी प्रभावित होती है।'


G-20 में बोले मोदी- बंद हो आतंक की मदद 
इसके बाद एक बार फिर रूस, चीन और भारत की मीटिंग में पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और शी चिनफिंग से आतंकवाद के खिलाफ ग्लोबल कॉन्फ्रेंस की मांग की। पीएम मोदी ने कहा, 'आज मैं तीन प्रमुख चुनौतियों पर फोकस करूंगा। पहला अस्थिरता और ग्लोबल इकॉनमी में कमजोरी है। एकपक्षीयता और प्रतिस्पर्धा के चलते वैश्विक व्यापार व्यवस्था के नियम प्रभावित हुए हैं।' 
जम्मू-कश्मीर में आतंंकियों के बीच फूट, यह वजह 

इसके अलावा उन्होंने दूसरा विषय स्थायी और समावेशी विकास को बताया। उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती तकनीकों और क्लाइमेट चेंज के बीच संतुलन साधना होगा। उन्होंने कहा कि विकास का फायदा तभी है, जब यह गैर-बराबरी को कम करे और सशक्तीकरण में योगदान दे।