चुनाव ख़त्म प्रत्याशियों का हिसाब किताब जारी,सोशल मीडिया का मोह पड़ेगा भारी

चुनाव ख़त्म प्रत्याशियों का हिसाब किताब जारी,सोशल मीडिया का मोह पड़ेगा भारी

इंदौर 
विधानसभा चुनाव तो निपट गए लेकिन अब तक एमसीएमसी  प्रत्याशियों के खर्च किए गए पैसों के हिसाब किताब में लगी हुई है.11 दिसम्बर को चुनाव परिणाम आने के बाद इंदौर जिले के प्रत्याशियों के खाते में  करीब दो करोड़ रुपए जुड़ जाएंगे. ये पैसे 219 विज्ञापनों के 34 लाख रुपए सहित सोशल मीडिया पर प्रचार के हैं. इसलिए उनकी मुश्किलें बढ़ना तय है.

विधानसभा चुनाव में इंदौर ज़िले में कुल 96 प्रत्याशी मैदान में थे. इनकी मॉनिटरिंग के लिए एमसीएमसी यानि मीडिया सर्टिफिकेशन और मॉनिटरिंग कमेटी राज्य और जिला स्तर पर बनाई गई थीं.ये प्रिंट,इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया पर चल रहे विज्ञापनों की मॉनिटरिंग कर रही थी. इसी कमेटी ने इंदौर जिले की 9 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के प्रचार प्रसार के लिए इस्तेमाल किए गए वॉट्सएप नंबर और फेसबुक वीडियों की जांच की है. उनमें 50 वीडियो ऐसे निकले हैं जिसका प्रयोग सोशल मीडिया पर राजनैतिक विज्ञापनों के लिए किया गया है.

एमसीएमसी कमेटी की प्रमुख और ज़िला पंचायत की सीईओ नेहा मीणा ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देश मिलते ही इन सभी फेसबुक,टवीटर समेत सोशल मीडिया पर चले प्रसार प्रचार का खर्चा प्रत्याशियों के खाते में जोड़ा जाएगा,जो प्रति मिनट डेढ़ लाख रुपए होगा.