छिंदवाड़ा में हुए आंखफोड़वा कांड से सियासत गर्मा गई, CM ने दिए जाँच के आदेश

छिंदवाड़ा में हुए आंखफोड़वा कांड से सियासत गर्मा गई, CM ने दिए जाँच के आदेश

छिन्दवाड़ा
इंदौर के बाद अब प्रदेश के मुखिया कमलनाथ के गृह जिले  छिंदवाड़ा में हुए आंखफोड़वा कांड के बाद सियासत गर्मा गई है। विपक्ष ने प्रशासन और सरकार पर लापरवाही के आरोप लगाए है। इधर मामला बढ़ता देख मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस मामले की जांच के आदेश दिए हैं और सारा खर्च उठाने की बात कही है। सीएम ने ट्वीट कर कहा है कि इन मरीजों के इलाज का खर्च सरकार उठायेगी और इनकी रोशनी वापस लाने के सभी प्रयास किये जायेंगे।दोषियों और लापरवाहों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, जिला अस्पताल में 11 और 19 सितंबर को मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए चार मरीज भर्ती किए गए थे। सभी जांचों के बाद 25 सितंबर को नेत्र रोग विशेषज्ञ ने चारो मरीजों की आंखों का ऑपरेशन किया था। 27 सितंबर को इन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।मरीज अपने घर चले गए, मगर मगंलवार को उन्हें दिखाई देना बंद हो गया। मरीजों ने अस्पताल आकर अपनी समस्या बताई, मगर किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया।इस पर मरीजो ने हंगामा करना शुरु कर दिया।विवाद बढ़ने के बाद  नेत्र विभाग के प्रभारी डॉ. सी. एम. गेदाम ने कहा कि इन सभी मरीजों की जांच की गई है। रेटीना में सफेदी की वजह से आंखों में दिखाई नहीं दे रहा है। सफेदी छंटने के बाद सभी को सामान्य दिखाई देने लगेगा। मरीज को सीनियर डॉक्टर से जांच के लिए रेफर किया गया है। कुछ मरीजों के परिजनों ने ‘सीएम हेल्पलाइन’ पर शिकायत की है और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण आँखों की रोशनी चले जाने का आरोप लगाते हुए दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई करने की मांग की है।

इधर मामले की खबर लगते ही गोपाल भार्गव ने सरकार और प्रशासन को जमकर घेरा। भार्गव ने कहा कि डेढ़ माह पूर्व इंदौर में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद 11 मरीजों की आंख की रोशनी चले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद भी प्रशासन सजग और सचेत नहीं हुआ। इंदौर की घटना से सबक न लेने के कारण ऐसी घटना की पुनरावृत्ति हुई है। एक बार फिर गरीब मरीज डॉक्टरों की लापरवाही की भेंट चढ़ गए। प्रभावितों को 20-20 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जानी चाहिए।

विवाद बढ़ने पर सीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए।साथ ही मरीजों का पूरा खर्चा उठाने की बात कही।सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा है कि छिन्दवाड़ा में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के बाद मरीजों की रोशनी जाने के मामले में जांच के आदेश दिये गये हैं, जांच में जिसकी भी लापरवाही या दोष सामने आयेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। इसके साथ ही सीएम ने कहा हैै कि इन मरीजों के इलाज का खर्च सरकार उठायेगी और इनकी रोशनी वापस लाने के सभी प्रयास किये जायेंगे।