जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन, शोक में कला जगत

जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया का अस्पताल में उपचार के दौरान निधन, शोक में कला जगत

रायपुर: छत्तीसगढ़ के जनकवि लक्ष्मण मस्तुरिया का शनिवार को निधन हो गया। वे वायरल बुखार से पीड़ित थे। शनिवार सुबह सीने में दर्द की शिकायत पर उन्हें अस्पताल ले जाने के दौरान उनका निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार रविवार को 11 बजे महादेव घाट में होगा। छत्तीसगढ़ी साहित्य और कला जगत में मस्तुरिया बड़ा नाम थे

मस्तुरिया के निधन की जानकारी के उनके बेटे रमेश गोस्वामी ने दी। उनका जन्म 07 जून 1949  को बिलासपुर के मस्तुरी में हुआ था। उनकी प्रमुख कृतियों में मोर संग चलव रे, हमू बेटा भुइंया के, गंवई-गंगा, धुनही बंसुरिया, माटी कहे कुम्हार से, सिर्फ सत्य के लिए आदि हैं। वे मूलतः गीतकार थे और उन्होंने मोर संग चलव रे, मैं छत्तीसगढ़िया अंब रे आदि लोकप्रिय गीतों की रचना की। इसमें से मोर संग चलव रे तो छत्तीसगढ़ के जन-जन के होठों पर बसा हुआ है।