जबलपुर में एक दिन पहले बिखरी विजयादशमी की छठा, रावण-कुंभकरण का हुआ अंत
जबलपुर
असत्य पर सत्य की जीत के महापर्व विजयादशमी (Vijayadashami) की छठा संस्कारधानी जबलपुर (Jabalpur) में एक दिन पहले ही देखने को मिली. विगत 69 सालों से आयोजित किए जा रहे पंजाबी हिन्दू एसोसिएशन (Punjabi Hindu Association) के 69वें दशहरा समारोह में इस बार भी भव्यता देखने को मिली. पूरे महाकौशल समेत प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से दशहरे का आनंद उठाने लोग आयोजन स्थल पहुंचे.
पूरे प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखने वाले पंजाबी दशहरे का इस वर्ष भी भव्य आयोजन हुआ. इस बार इसका आयोजन ग्वारीघाट स्थित आयुर्वेद कॉलेज मैदान में किया गया. 69वें पंजाबी दशहरे में इस बार रावण और कुंभकरण की 55 फीट ऊंचे पुतले बनाए गए. पंजाबी दशहरे में पूरे देश से लोग जबलपुर पहुंचते हैं. नवमी के मौके पर हर बार पंजाबी हिन्दू एसोसिएशन द्वारा इसका आयोजन किया जाता है. इस खास मौके पर रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति भी देखने को मिली. जबकि आतिशबाजी ने सभी दर्शकों का उत्साह बढ़ाया.
आयोजन में सीता माता अशोक वाटिका में कैद नजर आई जिन्हें आजाद कराने के लिए खुद रामभक्त हनुमान पहुंचे. उसके बाद भगवान पुरषोत्तम श्रीराम लक्ष्मण और सीता माता ने रावण और कुम्भकरण का वध किया और दोनों ही वुशालकाय पुतले धूं धूं कर जल उठे. इस कार्यक्रम में प्रदेश के वित्त मंत्री तरूण भनोत ने प्रदेशवासियो को नवमी और विजयादशमी की शुभकामनाएं दी हैं. साथ ही उम्मीद जताई है कि इसी तरीके से सभी धर्म प्रेमी एक साथ मिल जुलकर इस पर्व को आगे भी मनाएं.