जापानी, दक्षिण कोरियाई कंपनियां भारतीय इस्पात क्षेत्र में निवेश की इच्छुक : बीरेंद्र सिंह

जापानी, दक्षिण कोरियाई कंपनियां भारतीय इस्पात क्षेत्र में निवेश की इच्छुक : बीरेंद्र सिंह

नयी दिल्ली
 इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह ने कहा कि दक्षिण कोरिया और जापान की इस्पात कंपनियों ने देश में मूल्यवर्द्धित उत्पादों का विनिर्माण करने के लिए निवेश करने में रुचि दिखाई है। मंत्रालय से जुड़े एक सूत्र ने कहा, ‘‘ मूल्यवर्द्धित इस्पात उत्पादों के उत्पादन के लिए देश में निवेश को लेकर मंत्रालय पहले से ही पॉस्को और हुंदै स्टील के साथ बातचीत कर रहा है।’’    जब सिंह से पूछा गया कि क्या सरकार पॉस्को और हुंदै स्टील के साथ सार्वजनिक क्षेत्र की सेल और राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड के साथ किसी भी तरह के लिखित या मौखिक बातचीत के दौर में हैं तो उन्होंने हां में जवाब दिया।    
सिंह ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ हां, वे जो भी कंपनियां हैं वह दक्षिण कोरिया और जापान से हैं। उन्होंने अपनी रुचि (यहां निवेश करने में) दिखाई है। इतना ही नहीं उन्होंने सेल और राष्ट्रीय इस्पात निगम के संयंत्रों का दौरा भी किया है। हमें खुशी होगी यदि वह मूल्यवर्द्धित उत्पादों के लिए प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के माध्यम से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के साथ आएं।’’    सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय विदेशी कंपनियों विशेषकर दक्षिण कोरियाई और जापानी कंपनियों की मदद से देश में ही उच्च क्षमता वाले इस्पात का विनिर्माण शुरू करने के लिए कई दौर की बैठकें कर चुका है।    

नवंबर में दक्षिण कोरिया के राजदूत ने इस्पात सचिव विनय कुमार से मुलाकात कर कहा था कि पॉस्को और हुंदै स्टील आने वाले समय में राष्ट्रीय इस्पात निगम के साथ संयुक्त उपक्रम लगा सकती हैं।