जिला प्रशासन ने लगवाई राष्ट्रपिता की नई आदमकद मूर्ति, पुरानी मूर्ति में हुई थी तोड़फोड़

ग्वालियर
जिले के आरोन थाना क्षेत्र के पाटई गांव के शासकीय विद्यालय परिसर में स्थापित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 50 साल पुरानी प्रतिमा के स्थान पर आज जिला प्रशासन ने नई प्रतिमा लगवा दी है। गौरतलब है कि कल जब स्कूल खुला था तब प्रतिमा की गर्दन धड़ से अलग जमीन पर पड़ी थी। उसके बाद से ही ग्रामीणों में आक्रोश था। उधर पुलिस इस मामले में दर्ज आपराधिक मुकदमे के तहत जांच में जुटी है।
शासकीय प्राथमिक और शासकीय माध्यमिक विद्यालय पाटई परिसर में स्थापित महात्मा गांधी की करीब 50 साल पुरानी प्रतिमा कल सुबह ग्रामीणों और स्कूल स्टाफ को टूटी हुई मिली थी। मूर्ति टूटने के बाद सभी ने मिलकर गर्दन को फेविकॉल से जोड़ दिया और मूर्ति को कपड़े से ढंक दिया। घटना की सूचना पर SDOP घाटीगांव खुद मौके पर पहुंचे और उन्होंने सचिव चंद्रभान सिंह की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसकी कड़ी निंदा की। मामला चूँकि राष्ट्रपिता से जुड़ा था तो कलेक्टर अनुराग चौधरी ने तत्काल प्रशासनिक अमले को मौके पर भेजा।
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि मूर्ति पुरानी थी और मात्र ढाई फीट की थी और बच्चे परिसर में खेलते हैं तो संभव है कि बच्चों की बॉल लगने से मूर्ति क्षतिग्रस्त हो गई ही। साथ ही ये भी बात सामने आई कि करीब 10 -12 साल पहले भी मूर्ति गर्दन से ही टूटी थी और उसे एरोलाईट से जोड़ दिया गया था तो संभव है कि कमजोर होने के कारण मूर्ति की गर्दन फिर से टूट गई है। जिला पंचायत CEO शुभम वर्मा ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बातचीत में कहा कि मामला जन भावनाओं। से। जुड़ा था इसलिए जिला प्रशासन ने नई मूर्ति की वहां विधिवत स्थापना करा दी है ये मूर्ति करीब 6 फीट की है और इसकी लागत साढ़े पचपन हजार आई है जिसका खर्चा जिला प्रशासन ने खुद उठाया है। मूर्ति लग जाने के बाद से गांव में ख़ुशी का माहौल है उधर SDOP प्रवीण अष्ठाना के मुताबिक गांव वालों की राय और प्रारंभिक पूछ ताछ में दुर्घटनावश मूर्ति टूटना अभी सामने आया है लेकिन हमने आपराधिक मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया है और हम उसकी जांच कर रहे हैं। बहरहाल जिला प्रशासन की इस संजीदा पहल की सभी लोग प्रशंसा कर रहे हैं।