झारखंड के कोच राजीव कुमार ने कहा- धौनी अगर रणजी खेलेंगे तो एक युवा क्रिकेटर को होगा नुकसान
नई दिल्ली
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी पिछले कुछ समय से क्रिकेट से दूर हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के बाद से धौनी ने कोई इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला है, ऐसे में कई दिग्गज क्रिकेटरों की राय है कि धौनी को इस दौरान रणजी ट्रॉफी में खेलना चाहिए, जिससे उनकी प्रैक्टिस भी हो जाएगी और टीम इंडिया को वर्ल्ड कप के दौरान इसका फायदा मिल सकता है। हालांकि झारखंड क्रिकेट टीम के कोच राजीव कुमार की राय इससे बिल्कुल अलग है।
राजीव का मानना है कि अगर धौनी चार दिवसीय रणजी ट्रॉफी मैच खेलते हैं, तो इसका मतलब एक युवा क्रिकेटर को बाहर बैठना पड़ सकता है। उन्होंने कहा, 'ये बिल्कुल साफ बात है कि क्यों धौनी चार दिवसीय रणजी मैच नहीं खेलना चाहते हैं, जबकि वो भारतीय क्रिकेट टीम के लिए नहीं खेल रहे हैं। धौनी की मैं इस बात पर तारीफ करूंगा कि जब भी वो रांची में होते हैं, तो प्रैक्टिस सेशन में हिस्सा लेते हैं और इसके अलावा युवा क्रिकेटरों से बात भी करते हैं।'
धौनी को रणजी में खेलना चाहिए या नहीं इस पर राजीव कुमार ने कहा, 'हां, इस तरह की चर्चा लगातार हो रही है। लेकिन आपको ये समझने की जरूरत है कि अगर वो आते हैं और टीम से जुड़ते हैं तो इसका मतलब है किसी एक खिलाड़ी को टीम से बाहर बैठना पड़ेगा। क्या आपको लगता है कि महेंद्र सिंह धौनी ऐसा चाहेंगे? एक युवा क्रिकेटर हर मिले मौके को भुनाना चाहता है और अगर धौनी टीम में शामिल रहेंगे तो ये उस युवा क्रिकेटर के साथ नाइंसाफी होगी। वो जब भी रांची में होते हैं ट्रेनिंग के दौरान आते हैं और युवा क्रिकेटरों की मदद करते हैं।'
रणजी ट्रॉफी में झारखंड फिलहाल ग्रुप सी में तीसरे नंबर पर है। टीम ने तीन जीत दर्ज की हैं, एक मैच गंवाया है और छह मैच ड्रॉ रहे हैं। राजस्थान 34 प्वॉइंट्स के साथ नंबर-1 टीम है और क्वॉलिफाई कर चुकी है, जबकि 25 प्वॉइंट्स के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे नंबर पर है। झारखंड के खाते में 24 प्वॉइंट्स हैं। ऐसे में झारखंड के पास नॉकआउट में पहुंचने का अच्छा मौका है। इससे पहले पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने बीसीसीआई पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि अगर धौनी भारत के लिए नहीं खेल रहे हैं तो उन्हें रणजी खेलने से कैसे छुट्टी मिल गई।