देश में तेजी से घट रही 2G-3G यूजर्स की संख्या, आने वाले 2 साल में 4G पर शिफ्ट हो जाएगा पूरा देश

देश में तेजी से घट रही 2G-3G यूजर्स की संख्या, आने वाले 2 साल में 4G पर शिफ्ट हो जाएगा पूरा देश

देश में बेसिक मोबाइल सर्विसेज का दौर गुजरता दिख रहा है। अभी भी 2G सब्सक्राइबर्स की बड़ी संख्या है, लेकिन पिछले एक वर्ष में इसमें तेजी से कमी आई है। सभी बड़ी टेलिकॉम कंपनियों के 4G कस्टमर्स बढ़ रहे हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि 3G सब्सक्राइबर्स की संख्या भी घटने की उम्मीद है और दो वर्षों में देश में 4G ही एकमात्र स्टैंडर्ड हो सकता है।

2G के पूरी तरह खत्म होने की कगार पर
एक वर्ष पहले तक कुल मोबाइल यूजर्स में से 70 पर्सेंट से अधिक 2G पर थे। नवंबर 2018 में यह संख्या घटकर 58 पर्सेंट पर आ गई। ऐनालिस्ट्स को 2021 तक 2G के पूरी तरह खत्म होने की उम्मीद है। वोडाफोन आइडिया, भारती एयरटेल और रिलायंस जियो इंफोकॉम के 4G यूजर्स की संख्या जनवरी की शुरुआत में एक वर्ष पहले से लगभग 85 पर्सेंट बढ़कर 43.25 करोड़ हो गई। मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली जियो के पास केवल 4G यूजर्स हैं और इनकी संख्या 75 पर्सेंट बढ़कर 28.01 करोड़ पर पहुंच गई है। इस अवधि में वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल का 2G यूजर बेस क्रमश: 11 पर्सेंट और 22.5 पर्सेंट कम होकर 27.93 करोड़ और 17.67 करोड़ रह गया।


आने वाले 2 साल में पूरी जनसंख्या 4G पर होगी शिफ्ट
इसके पीछे 4G स्मार्टफोन की कीमत घटना, डेटा रेट बहुत सस्ते होना और जियो के सस्ते VoLTE फीचर फोन की बढ़ती लोकप्रियता जैसे कारण हैं। ग्लोबल रेटिंग कंपनी फिच के डायरेक्टर (कॉर्पोरेट्स), नितिन सोनी ने ईटी को बताया, 'हमारा अनुमान है कि देश की पूरी जनसंख्या दो वर्षों में 4G पर जाएगी क्योंकि मार्केट में किफायती स्मार्टफोन मौजूद हैं और इसके साथ ही डेटा रेट्स भी बहुत सस्ते हैं।'


ग्रामीण क्षेत्रों में जियो फोन की सफलता
इस बारे में वोडाफोन आइडिया, भारती एयरटेल और जियो को ईमेल से भेजे गए प्रश्नों का उत्तर नहीं मिला। ऐनालिस्ट्स का कहना है कि डेटा की जरूरत लगातार बढ़ रही है और समाज का सबसे निचला तबका भी इसका इस्तेमाल कर रहा है। इसका पता ग्रामीण क्षेत्रों में जियो फोन की सफलता से चलता है जिससे केवल वॉयस कस्टमर्स की संख्या घटी है।

4G पर विडियो एक्सपीरियंस बेहतर होना भी है एक वजह
भारती एयरटेल के पूर्व सीईओ, संजय कपूर ने कहा कि 4G तकनीक स्मार्टफोन्स की बढ़ती संख्या, 3G डिवाइसेज में कमी और 4G पर विडियो के बेहतर एक्सपीरियंस से भी अपग्रेड हो रहा है। टेलिकॉम रेग्युलेटर ट्राई के डेटा क अनुसार, देश में मोबाइल ब्रॉडबैंड के सब्सक्राइबर्स नवंबर 2017 में कुल सब्सक्राइबर्स के 28.6 पर्सेंट थे, जो नवंबर 2018 में बढ़कर 42.2 पर्सेंट हो गए। दिसंबर में समाप्त हुई तिमाही में वोडाफोन आइडिया और भारती एयरटेल के लिए 3G सब्सक्राइबर्स की संख्या घटी है। इन दोनों कंपनियों के मोबाइल ब्रॉडबैंड यूजर्स में 4G सब्सक्राइबर्स की हिस्सेदारी क्रमश: 70 पर्सेंट और 72 पर्सेंट की है।