योनि में गांठ या रक्तस्त्राव, भूल से भी न करें इन सेक्शुअल प्रॉब्लम को नजरअंदाज
हमारे देश में आज भी महिलाएं सेक्शुअल हैल्थ के बारे में ज्यादा खुल कर बात नहीं करतीं। इसके लिए कई तरह के कोड वर्ड्स का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन असल समस्या को महिलाएं डॉक्टर को भी समझाने में कई बार नाकाम हो जाती हैं।
आपको जान कर हैरानी होगी कि सिर्फ यूके में ही हर साल करीब चार लाख लोगों में एसटीआई यानी यौन संचारित संक्रमण की चपेट में आती है। ये सेक्शुअली फैलने वाली बीमारी है। हैरानी की बात यह है कि इस बीमारी के कोई लक्षण नजर नहीं आते। केवल अपने शरीर को समय-समय पर मॉनिटर करने से ही इस बीमारी को पकड़ा जा सकता है। ऐसी और भी कई बीमारियां है जिन्हें समय पर पकड़ने के लिए अपने शरीर के सेक्शुअल हैल्थ वॉर्निंग साइंस पर ध्यान देना अनिवार्य है।
योनि में गांठ और फोड़ा
वजाइना, वुल्वा या स्क्रॉटम पर लम्प दिखना आम बात है और ज्यादातर कैसेस में यह गंभीर नहीं माने जाते। अगर आपकी स्किन सेंसेटिव है और आप इस एरिया में शेव करते हैं तो इनग्रोन हेयर से भी यह लम्प्स हो सकते हैं। हालांकि कई बार यह लम्प्स वजाइनल या एनल सैक्स या फिर सैक्स टॉएज शेयर करने पर भी हो जाते हैं। अगर आपको भी इस तरह के लम्प्स नजर आएं तो एक बार अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
यूरीन पास करते समय दर्द होना
अगर आपको यूरीन पास करते समय दर्द, जलन या चुभन महसूस होती है तो समझ जाएं कि कुछ तो गड़बड़ है। आमतौर पर यह सिस्टिटिस कहलाता है। यह ब्लैडर का इंफैक्शन होता है और 20 से 40 प्रतिशत महिलाएं जीवन में कभी न कभी इसे जरूर एक्स्पीरिएंस करती हैं। यह एसटीआई नहीं है, लेकिन उसकी वजह से हो सकता है। यूरीन पास करते समय होने वाले दर्द और जलन का कारण क्लामाइडिया, गोनोरोइया या ट्राईकॉमनियासिस जैसे किसी एसटीआई का सिम्पटम हो सकता है। अगर ऐसा है तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलें।
डिस्चार्ज में बदलाव
आमतौर पर हर महिला डिस्चार्ज एक्सपीरिएंस करती है। इसमें बदलाव आपकी बॉडी का आपको सिग्नल है कि कहीं कुछ है जो ठीक नहीं है। अगर आपको वजाइना से असामान्य डिस्चार्ज दिखता है तो यह एसटीआई हो सकता है। अगर यह डिस्चार्ज हरे या पीले रंग का है तो यह गोनोरिया का लक्षण हो सकता है। वहीं ट्राईकॉमनियासिस में डिस्चार्ज पीले-हरे लंग का होता है और इसमें से दुर्गंध आती है। अगर डिस्चार्ज में कोई बदबू नहीं है लेकिन यह गाढ़ सफेद रंग का है तो यह यीस्ट इंफैक्शन या थ्रश हो सकता है।
इररेग्युलर ब्लीडिंग
इररेग्युलर ब्लीडिंग के कई कारण हो सकते हैं। अगर आपने अनप्रोटेक्टेड सैक्स किया है और आपको इररेग्युलर ब्लीडिंग हो रही है तो डॉक्टर से संपर्क करें। यह किसी इंफैक्शन का नतीजा हो सकता है या फिर आपका कॉन्ट्रासेप्शन भी आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है। इररेग्युलर ब्लीडिंग ताजा मिस्कैरेज या अबॉर्शन, वजाइना में इंजरी, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, स्ट्रेस या वजाइनल ड्राइनेस के कारण हो सकती है।
किसी भी तरह का दर्द
कुछ एसटीआई का सिम्पटम केवल दर्द या डिस्कंफर्ट ही होता है। दर्द आपके शरीर का एक तरीका हो सकता है आपको बताने का कि कोई परेशानी है। अगर आपको लोअल अब्डॉमन में दर्द हो तो यह क्लामायडिया, गोनोरिया या ट्राईकॉमनियासिस की वजह से हो सकता है। इसके लिए अपने डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। खासतौर पर किसी भी सेक्शुअल डिजीज के लिए नीम हकीम के पास जाने की बजाए गायनोकोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
सेक्स पहला हो या नहीं, लेकिन यह दर्दनाक नहीं होना चाहिए। अगर आपको सेक्स करते समय दर्द हो रहा है तो यह क्लामायडिया या ट्राईकॉमनियासिस का सिम्पटम हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से जरूर मिलें।
आंखों में इंफेक्शन
बेशक कुछ एसटीआई जैसे कि क्लामायडिया या ट्राईकॉमनियासिस की वजह से आपकी आंखों में भी इंफेक्शन हो सकता है। ओरल सैक्स के जरिए भी एसटीआई पार्टनर्स में ट्रांसफर हो सकता है। इससे बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल करें।
कई बार नहीं दिखते कोई सिम्पटम
कई बार ऐसा होता है कि एसटीआई का कोई लक्षण ही नजर नहीं आता। ऐसा आमतौर पर तब होता है जब सिम्प्टम बहुत कम होते हैं और आप इन्हें समझ भी नहीं पाते। क्लामायडिया सबसे कॉमन एसटीआई है और इससे पीड़ित हर तीन में से दो महिलाएं या हर दो में से एक पुरुष इसके लक्षणों को पकड़ने में नाकाम रहते हैं। ऐसे में अगर आपने किसी नए पार्टनर के साथ अनसेफ सैक्स किया है तो अपने डॉक्टर के पास एसटीआई के लिए जांच जरूर करवाएं।