नीमच जेल ब्रेक: नीमच जेल ब्रेक कांड का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, फरार क़ैदियों की तलाश जारी
नीमच
नीमच की कनावटी जेल ब्रेक का मास्टर माइंड गिरफ़्तार कर लिया गया है. लेकिन फरार क़ैदी अभी पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं. जेलब्रेक का मास्टर माइंड विनोद नीमच के सुआखेड़ा गांव के नजदीक पकड़ा गया. आरोपी विनोद डांगी एनडीपीएस एक्ट में इस जेल में रह चुका था. इसी ने जेल ब्रेक की साज़िश रची थी. पुलिस अब इसके ज़रिए पूरी साज़िश का पता लगाएगी.
डीजी जेल संजय चौधरी की सक्रियता से चलते नीमच पुलिस ने जेल ब्रेक के मास्टम माइंड विनोद को गिरफ्तार कर लिया है। इधर जेल ब्रेक में भाजपा और कांग्रेस की नेताओं की बयानबाजी के वार-पलटवार- सफाई देने का क्रम तेज हो गया है। इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के छोटे भाई और कांग्रेस विधायक ने पुलिस की 24 घंटे की कार्यवाही पर तंज भी कस दिया है। जेल ब्रेक की घटना के बाद तत्काल सक्रिय हुए डीजी संजय चौधरी ने इस मामले में अब तक 6 अफसर और कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया। उनके निर्देश पर जेल अफसर और पुलिस साथ में आरोपियों और उनकी मदद करने वालों के तलाश में जुटे रहे। यहां पर जांच के लिए उन्होंने उज्जैन जेल डीआईजी मंशाराम पटेल को नीमच में ही रोक दिया है।
नीमच की जेल ब्रेक करवाने में जेल के बाहर बैठे नशे के एक करोबारी की ही साजिश थी। एसपी राकेश कुमार सगर ने बताया कि इस मामले में विनोद नाम के बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। विनोद जेल से 11 जून को ही बाहर आया था। वह फरार हुए बदमाश नारसिंह, दुबेलाल, पंकज मोंगिया और लेखराम के साथ ही बैरक में बंद था। इसी दौरान इसने भागने के लिए प्लानिंग कर ली थी।
एसपी नीमच राकेश सगर ने बताया कि इस पूरे मामले में जेल प्रहरियों के खिलाफ षडयंत्र की धारा 120 बी के तहत एफआईआर दर्ज होगी. वहीं फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस के 10 दल बनाए गए हैं.