नौतपे के बीच प्रदेश में ओलो के साथ जमकर हुई बारिश, गिरे पेड, भीगा अनाज
नीमच
नौतपे के शुरू से ही लगातार जहां सूरज की तपिश से प्रदेश जल रहा है, जिलों में लू और तेज गर्म हवाएं चल रही है, मौसम विभाग द्वारा ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है, वही दूसरी तरफ आज शनिवार दोपहर में नीमच में आधे घंटे जमकर बारिश हुई और ओल भी बरसे। अचानक हुई तेज बारिश ने ना सिर्फ लोगों को गर्मी से राहत दिलाई बल्कि तापमान भी तीन से चार डिग्री नीचे आ गया। इससे पहले शुक्रवार को बुरहानपुर में हल्की बारिश हुई थी।
इस दौरान हवाओं का दौर भी तेजी से चला और कही कही पेड गिर गए। अचानक हुई बारिश की वजह से मंडी में रखा गेहूं भी भीग गया। वही दोपहर 2 बजे तक 43 डिग्री पर पहुंचा पारा 4 डिग्री गिरकर 39 पर पहुंच गया।इसके अलावा नीमच के साथ मनासा, जावद, भादवामाता सहित जिलेभर में कहीं तेज तो कहीं रिमझिम बारिश हुई।इधऱ रतलाम के आलोट में भी बारिश हुई है। बारिश के कारण अचानक दोनों जिलों का मौसम बदला गया और फिजा में ठंडक घुल गई।मौसम विभाग की माने तो यह प्री मानसून के आसार है।इससे पहले शुक्रवार को बुरहानपुर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश गई। कुछ क्षेत्रों में रिमझिम तो अधिकांश क्षेत्रों में रुक-रुककर तेज बारिश हुई। इस बीच कुछ देर के लिए बिजली भी गुल हो गई।
मध्य प्रदेश में इस दिन आ सकता है मानसून
मप्र में 20 जून के आसपास मानसून के आने की उम्मीद है। स्थानीय मौसम विभाग के अनुसार केरल में 4 से 5 जून तक दक्षिण पश्चिम मानसून के आने की संभावना है। आईएमडी ने बताया था कि इस बार मानसून में पांच दिन की देरी रहेगी। मानसून 6 जून को केरल के तट से टकरा सकता है। सामान्यतः यह 31 मई या 1 जून तक पहुंच जाता था। मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान बताते हैं कि जून से सितंबर तक चलने वाला दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा| मौसम विभाग का कहना है कि पूरे देशभर में मानसून के दौरान औसत बारिश होगी जिसे सामान्य बारिश कहा जा सकता है। पिछले कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में तेज गर्मी पड़ रही है। दिन में ही तापमान चालीस डिग्री के पार चल रहा है। खजुराहो, ग्वालियर, जबलपुर में पारा पिछले तमाम रिकॉर्ड तोड़ चुका है। कई दशकों बाद जबलपुर में पारा 46.8 डिग्री तक पहुंच गया।