पुलवामा हमले पर न्यूजीलैंड की संसद में निंदा प्रस्ताव पास
न्यूजीलैंड
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वाहन पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. इस आतंकी हमले को लेकर दुनिया भर के देश पाकिस्तान की आलोचना कर रहे हैं. इस कड़ी में न्यूजीलैंड की संसद में गुरुवार को पुलवामा आतंकी हमले को लेकर निंदा कर प्रस्ताव पारित किया गया. ये जानकारी न्यूजीलैंड के विदेश मंत्री विंस्टन पीटर्स ने दी.
पुलवामा आतंकी हमले को लेकर अमेरिका ने भी पाकिस्तान को लताड़ लगाई है. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भारत और पाकिस्तान से अपील की है कि वे पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के हमले में 40 जवानों के शहीद होने के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को कम करने के लिए 'तत्काल कदम' उठाएं.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने मंगलवार को दोनों पक्षों के अत्यधिक संयम बरतने और तनाव कम करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया. इसके साथ ही कहा कि यदि दोनों पक्ष राजी होते हैं तो महासचिव मध्यस्थता के लिए हमेशा तैयार हैं.
संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के स्थायी मिशन ने महासचिव के साथ बैठक का अनुरोध किया है. इसके अलावा पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र को दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए कदम उठाने चाहिए.
दुजारिक से जब इसके संबंध में प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हालात देखकर, हम पुलवामा में 14 फरवरी को भारतीय सुरक्षाबलों पर हुए हमले के मद्देनजर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने को लेकर काफी चिंतित हैं.
उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के मिशन ने महासचिव के साथ बैठक का अनुरोध किया है. हमने संयुक्त राष्ट्र को पत्र भेजे जाने संबंधी प्रेस रिपोर्ट देखी हैं, जहां तक हमें पता चला है, अभी तक ऐसा कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है.
गुतारेस ने आतंकवादी हमले की पिछले सप्ताह कड़ी निंदा की थी. आतंकवादी हमले पर दुजारिक ने कहा कि हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं और हमला करने वालों को न्याय के दायरे में लाए जाने का आह्वान करते हैं.
बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के 5 दिन बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस मामले में पाकिस्तान को लताड़ा है और भारत का साथ दिया है. डोनाल्ड ट्रंप ने पुलवामा हमले को 'भयावह' बताया है. उनके अलावा अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान को आतंकियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.