प्रियंका के यूपी महासचिव बनने पर BJP ने साधा निशाना, AAP विधायक ने किया करारा पलटवार
लखनऊ
लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने ‘मास्टर स्ट्रोक’ खेलते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति के मैदान में उतारकर बीजेपी के सामने एक सशक्त चुनौती पेश की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज अपनी बहन वाड्रा को पार्टी का महासचिव नियुक्त करके उन्हें पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी है। वहीं राहुल गांधी के इस फैसले के बाद राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि प्रियंका को महासचिव बनाना राहुल के फेल होने का ऐलान है। नए भारत में आखिर कब तक परिवारवाद चलेगा? हमारे लिए पार्टी ही परिवार है जबकि उनके लिए परिवार ही पार्टी है।
संबित पात्रा के इस बयान पर कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी(आप) विधायक अलका लांबा ने जाेरदार पलटवार किया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि 'भाजपा प्रवक्ताओं के बयानों से लग रहा है कि जैसे कांग्रेस द्वारा चुनावों से एक दम पहले प्रियंका नामक छोड़ा गया तीर बिल्कुल 56" के सीने पर जा लगा हो।' साथ ही उन्हाेंने कहा, 'युवा हिंदुस्तान की राजनीति को एक बड़े बदलाव की जरूरत है। ऐसे में अगर नए युवा चेहरे सामने आते हैं तो उनका स्वागत किया जाना चाहिए और अगर वो महिला हो तो संस्कारों/भाषा का ध्यान रखते हुए और भी बड़ा स्वागत किया जाना चाहिए। महिलाओं के सक्रिय राजनीति में आने से आधी आबादी को ताकत मिलेगी।'
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि 'कम से कम संघ परिवार से बेहतर है यह परिवार। पहला अंग्रेजों के सामने झुक गया, दूसरा अंग्रेजों के सामने आजादी मिलने तक डटा रहा। पहले ने बलि लीं, दूसरे ने कुर्बानियां दीं। पहले का देश के लिए कोई योगदान नहीं, दूसरे का देश आज भी लोहा (इंदिरा)मानता है।' 'राजनैतिक दल गुंडों, बदमाशों, हत्यारों, बलात्कारियों को टिकट देते हैं, जनता वोट देकर जीता भी देती है। अगर किसी को एक परिवार से इतनी ही परेशानी है तो लोकतंत्र पर यकीन रखें, जनता खुद फैसला करती आई है और आगे भी करेगी। जनता जानती है कि कौन बेहतर है।'