बिहार के 20 हजार स्कूलों में उगाये जाएंगे फल-सब्जी
पटना
बिहार के बीस हजार स्कूलों में बच्चे अब पढ़ाई के साथ खेती के गुर भी सीखेंगे। स्कूल की खाली जमीन पर खेती होगी। बच्चों को 75 प्रकार की सब्जियों और फलों की खेती के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में पोषण वाटिका खोलने जा रहा है। सभी जिलों में स्कूलों का चयन कर लिया गया है।
दरअसल, पायटल प्रोजेक्ट के तहत 2016 में पूर्णिया जिले के सौ स्कूलों में सब्जी-फल उगाने का काम शुरू किया गया था। यह काफी सफल रहा। जिसके बाद अन्य जिलों के आठ हजार स्कूलों में पोषण वाटिका खुल चुकी है। अब अन्य 20 हजार स्कूलों में इसे खोला जायेगा। पोषण वाटिका में सब्जी बिना खाद के उगाई जाएगी। यह सब्जी मध्याह्न भोजन में बच्चों को परोसी जाएगी। जिलों से स्कूलों की सूची मांगी जा रही है। इसके लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। अभी तक पांच हजार से अधिक स्कूलों की सूची आ चुकी है। इसमें सबसे ज्यादा पूर्णिया जिला से 1611 स्कूल शामिल हैं। पटना जिले से 84 स्कूलों की सूची प्राप्त हुई है।
5% फ्लैक्सी फंड मिलेगा
स्कूलों को सब्जी, फल और फूल आदि लगाने तथा उनकी देखभाल करने के लिए पांच-पांच हजार रुपये दिये जायेंगे। केंद्र सरकार भी इस योजना में आर्थिक सहायता पर सहमत हो गई है। ज्ञात हो कि केंद्र के मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय ने फ्लैक्सी फंड शुरू किया है। इनोवेशन के काम करने के लिए पांच फीसदी राशि इस फंड के नाम पर दी जाएगी।
पूर्णिया जिले के सौ स्कूलों में फल और सब्जी की खेती पायलट प्रोजेक्ट के तहत 2016 में शुरू की गई थी। अब प्रदेश के 20 हजार स्कूलों में इसे शुरू किया जाएगा। हर स्कूल को इसके लिए पांच-पांच हजार रुपये भी दिए जाएंगे।
-जिवेंद्र झा, उप निदेशक, मध्याह्न भोजन योजना, बिहार