'बीबीसी टाइप चैनल से दूर करेंगे इस्लाम से जुड़ी गलत धारणा', इमरान खान का ऐलान

'बीबीसी टाइप चैनल से दूर करेंगे इस्लाम से जुड़ी गलत धारणा', इमरान खान का ऐलान

 
इस्लामाबाद

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को ट्वीट कर इस्लाम से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए एक नए टीवी चैनल शुरू करने का ऐलान किया है। इमरान खान ने ट्वीट कर बीबीसी टाइप चैनल शुरू करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में इस्लामोफोबिया को दूर करने के लिए यह चैनल शुरू किया जा रहा है। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र महाधिवेशन में हिस्सा लेने पहुंचे खान ने कार्यक्रम से इतर तुर्की और मलयेशिया के प्रधानमंत्री से विशेष मुलाकात भी की थी।
 
यरुशलम पोस्ट में इस खबर पर बेहद दिलचस्प प्रतिक्रिया आई है। पोस्ट में कहा गया, 'एक ऐसे देश के नेता जिनके यहां ईशनिंदा के लिए मौत की सजा है, एक नेता जो गर्व से खुद को यहूदी-विरोधी बताता है और एक नेता जो पड़ोसी मुल्कों को धमकाता है औज एक टीवी चैनल शुरू करने की बात कर रहे हैं जो इस्लामोफोबिया के खिलाफ सघर्ष करेगा। मलयेशिया के पीएम मोहम्मद महातिर खुलकर खुद को यहूदी-विरोधी कहते हैं और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता भी बताते हैं। तुर्की में एर्दोगान ने अपने विरोधियों को खत्म कर दिया है और सीरिया में सैन्य बलों की संख्या बढ़ाई है। पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून का प्रयोग अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए किया जा रहा है जिनमें ईसाईयों के साथ अहमदी मुसलमान भी हैं। पाकिस्तान में अहमदी मुसलमानों को खुद को मुस्लिम कहने की भी अनुमति नहीं है।'
 
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा, 'BBC टाइप चैनल'
इमरा खान ने चैनल शुरू करने के बार में ट्वीट किया, ‘अपनी बैठक में हमने बीबीसी की तरह का अंग्रेजी टीवी चैनल स्थापित करने का फैसला किया है। चैनल मुसलमानों के मुद्दों को उठाने के साथ इस्लामोबोफिया से भी लड़ेगा।’ पाक पीएम ने इस्लाम से जुड़ी गलतफहमियों को दूर करने के उद्देश्य पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘जिन गलतफहमियों से लोग मुसलमानों के विरूद्ध एकजुट हो जाते हैं, उन्हें दुरूस्त किया जाएगा। ईशनिंदा कानून को उपयुक्त संदर्भ में रखा जाएगा। अपने लोगों और दुनिया को मुस्लिम इतिहास के बारे में जानकारी देने के लिए सीरीज और फिल्में बनाई जाएंगी।’
 
महातिर ने भी चैनल की जरूरत पर दिया था जोर
अमेरिका में इमरान खान और तुर्की के प्रेजिडेंट से मुलाकात के बाद मलयेशिया के प्रधानमंत्री ने इस्लाम से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने पर जोर दिया था। महातिर ने कहा, ‘हमने महसूस किया कि इस्लाम और मुसलमानों के बारे में कई खबरें गलत हैं। इस्लाम जो संदेश देता है, उसकी सही तस्वीर पेश नहीं की जा रही है। मुसलमानों को आतंकवादी के रूप में पेश करते हैं और दुनिया उसे सच मान लेती है, जबकि इस्लाम कोई हिंसक धर्म नहीं है।’

खुद को आध्यात्मिक कहनेवाले इमरान अंधविश्वासी आते हैं नजर
इमरान खान ने भले ही इस्लाम से जुड़ी धारणाओं को खत्म करने की बात कही हो, लेकिन उनका खुद का व्यवहार इससे काफी उलट है। पत्रकार आतिश तासीर ने इमरान खान का जैसा वर्णन किया है, उस लिहाज से वह खासे अंधविश्वासी इंसान नजर आते हैं।