बेटी की शादी के लिए मनोवैज्ञानिक ने छपवाया 80 पेज का कार्ड, बताए 14 लाइफ मंत्र

बेटी की शादी के लिए मनोवैज्ञानिक ने छपवाया 80 पेज का कार्ड, बताए 14 लाइफ मंत्र

इंदौर 
मध्य प्रदेश के इंदौर में शादी कार्ड का एक दिलचस्प मामला सामने आया है, जिसमें एक मनोवैज्ञानिक ने अपनी बेटी की शादी के लिए 80 पेज का कार्ड छपवा दिया. विवाह का यह अनोखा आमंत्रण पत्र शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है. इस कार्ड में यह बताया गया है कि जीवन में रिश्ते कैसे निभाए जाएं.

दरअसल, इंदौर के मनोवैज्ञानिक पंकज कोठारी की बेटी लब्धि के विवाह के लिए पूरे 80 पृष्ठों की एक पुस्तक तैयार की गई है. इस पुस्तक के माध्यम से वैवाहिक तिथि समेत जीवन में रिश्तों का महत्त्व और निभाने की कला का वर्णन किया गया है. कोठारी ने नया प्रयोग कर पत्रिका को पुस्तिका का रूप दिया है. उन्होंने बेटी लब्धि के विवाह के लिए 80 पेजों वाली वेडिंग कार्ड कम बुक बनाई है.
 
इसमें जीवन को संतुलन करने, रिश्तों को संवारने और बचाए रखने के लिए 14 लाइफ मंत्र बताए हैं. हर मंत्र को एक अध्याय के रूप में बाकायदा विस्तार से समझाया है. इस वेडिंग कार्ड कम बुक को 500 अतिथियों को भेजा जाएगा. पत्रिका को 'रिश्तों में मिठास अब मुमकिन है' नाम दिया है. व्यावहारिक विचारों वाली इस पुस्तिका (प्रत्येक) पर 35 रुपए खर्च आया है.

पेशे से मनोवैज्ञानिक पंकज कोठारी ने बताया कि पुस्तक में जो भी विचार दर्शाये गए हैं वो स्वयं के जीवन से आधारित है. काफी कुछ विचारों का खुद ने मूल्यांकन किया है, साथ ही कुछ अनुभवी मार्गदर्शकों के द्वारा साझा किए गए हैं. हालंकि जब उनसे पूछा गया गया कि हालिया दौर में तो ई-कार्ड का दौर है. लोग खुद के फोटो वीडियो शूट कर ई -कार्ड बनावाकर लोगों को भेजते हैं तो क्या इस पुस्तक में दूल्हे दुल्हन की भी सहमति है, तो उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में रहने वाली उनकी बेटी और सिंगापुर में रहने वाले उनके होने वाले दामाद भी उनके इस निर्णय से बेहद प्रसन्न हैं.

कोठारी ने बताया कि आज के दौर पर आमंत्रण पत्रिका पर काफी पैसा खर्च होता है, बाबजूद इसके वह पत्रिका शादी के अगले दिन ही काम की नहीं रहती, लिहाजा उनके मन में यह विचार आया कि उनकी इस पुस्तक के माधयम से वह चाहते हैं कि लोग उनकी पुस्तक को अपने पास तो रखेंगे ही साथ ही पुस्तक के विचारों को जीवन में आत्मसात कर रिश्तो में भी मिठास रखेंगे.