भाजपा और संघ मेरी एक धर्म विरोधी छवि बनाने में लगे हैं: राहुल गांधी
इंदौर
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के लोग लंबे समय से उनकी छवि को एक धर्म विशेष के विरुद्ध प्रचारित करने का प्रयास कर रहे हैं। गांधी ने मध्यप्रदेश के इंदौर में चुनिन्दा पत्रकारों और संपादकों के साथ संवाद कार्यक्रम शिरकत की। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि उनकी छवि धर्म के विरुद्ध बताते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और आरएसएस के लोग ऐसा जाहिर करते हैं, जैसे एक धर्म विशेष के सारे अधिकार उन्होंने अपने पास सुरक्षित रख लिए हैं। ये लोग धर्म विशेष का स्वयं को ठेकेदार मानते हैं। उन्होंने कहा कि वे हिंदूवादी नेता नहीं हैं। वे सभी वर्गों के और राष्ट्रवादी नेता हैं।
गांधी ने कहा कि वे अपने बारे में स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि वह हिंदुस्तान के किसी एक धर्म के प्रतिनिधि नहीं हैं। इसलिए वे मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे, चर्च और सभी धार्मिक स्थलों पर जाते हैं। गांधी के मुताबिक उनके धार्मिक स्थल पर जाने पर परंपरा अनुसार पहने जाने वाले वस्त्रों का ये लोग मजाक उड़ाते हैं। लेकिन उन्हें इस सब से कोई फर्क नहीं पड़ता। कांग्रेस अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि यदि उन्हें अवसर मिले तो वे राम मंदिर भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर जाने से कट्टरवाद नहीं, आत्मविश्वाश मजबूत होता है। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर धर्म, समाज और वर्गों को आपस में बाटने का आरोप लगाते हुये कहा वे नफरत की राजनीति करते हैं, जबकि कांग्रेस भाईचारे में विश्वास करती है।
गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर राफेल विमान सौदे में सीधे लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसमें उद्योगपति अनिल अंबानी को लाभ पहुंचाया गया है। कांग्रेस की ओर से मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर चेहरा पेश करने संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह काम वे जनता पर छोड़ते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के गांधी के मौजूदा दौरे से दूर रहने के संंबंध में उन्होंने कहा कि सिंह को पार्टी का एक खास काम सौंपा गया है। हालाकि उन्होंने इस बारे में और बात नहीं कही। इस मौके पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।