भैय्यू महाराज सुसाइड केस का ख़ुलासा : पलक और सेवादार कर रहे थे ब्लैकमेल
इंदौर
भैय्यू जी महाराज सुसाइड केस का पुलिस ने खु़लासा कर दिया है. इंदौर में DIG हरिनारायण चारी मिश्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी. ये पूरा मामला ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर आत्महत्या का है. पुलिस ने इस मामले में शुक्रवार देर रात संत की केयर टेकर पलक पुराणिक, भैय्यू महाराज के सेवादार विनायक दुधाले और शरद देशमुख को गिरफ़्तार किया था. भय्यूजी महाराज पर पलक शादी के लिए दबाव बना रही थी और तीनों मिलकर लगातार उन्हें ब्लैकमेल कर रहे थे. तीनों को 15 दिन की ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.
पुलिस ने इस केस में 28 लोगों के बयान के बाद पलक, विनायक और शरद को गिरफ़्तार किया. पुलिस के मुताबिक ये तीनों मिलकर महाराज को धोखे में रखकर दवाएं दे रहे थे. डिजिटल साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने इन्हें गिरफ़्तार किया. पलक पुराणिक महाराज पर शादी के लिए दबाव बना रही थी. भय्यू महाराज की 17 अप्रैल 2017 को डॉ आयुषी से शादी के दौरान भी पलक ने हंगामा किया था. उसने महाराज को 16 जून 2018 तक उससे शादी करने का अल्टीमेटम दिया था और कहा था कि अगर शादी नहीं की तो उनका हाल दाती महाराज जैसा होगा.
भैय्यू महाराज की पहली पत्नी माधवी की मौत के बाद पलक की नियुक्ति केयर टेकर के तौर पर हुई थी. बताया जा रहा है पलक ने इस दौरान नज़दीकी बनायी और उसका फायदा उठाकर कुछ वीडियो क्लिप बना लिए थे. व्हाट्सएप पर अश्लील चैटिंग के साक्ष्य भी मिले हैं. पलक के साथ इस पूरे षडयंत्र में विनायक और शरद शामिल थे. बताया ये भी जा रहा है कि पलक ने इस दौरान संत से काफी पैसे भी वसूले.
शुक्रवार को भय्यू महाराज की पत्नी डॉ आयुषी डीआईजी दफ़्तर आयी थीं. वो काफी देर वहां रहीं और तमाम साक्ष्य पुलिस को सौंपे थे. उसके बाद पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को गिरफ़्तार किया.