भोजपुरिया जन मोर्चा के अध्यक्ष पर जानलेवा हमला, भागकर बचाई जान

भोजपुरिया जन मोर्चा के अध्यक्ष पर जानलेवा हमला, भागकर बचाई जान

भोजपुर
बिहार में बेखौफ अपराधी (criminals) लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस महकमें के मुखिया सूबे में सब कुछ ठीक-ठाक होने की बात कह रहे हैं. शुक्रवार की देर रात भोजपुर (Bhojpur) में बेखौफ अपराधियों ने पुलिस के इसी दावे को आईना दिखा दिया जब भोजपुरिया जन मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके परिवार पर हथियार बंद अपराधियों ने जानलेवा हमला कर दिया. बताया जा रहा है कि अपराधियों ने उनकी गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग (Firing) की. इस दौरान भोजपुरिया जन मोर्चा के अध्यक्ष भरत सिंह सहयोगी (Bharat Singh Sahyogi) और परिवार की महिला सदस्य किसी तरह अपराधियों की नजर से अपने आप को बचाते हुए मौके से भाग अपनी जान बचाई. घटना नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो 11 नम्बर लख के समीप की है.

मिली जानकारी के अनुसार नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो गांव निवासी रघुनंदन सिंह के 60 वर्षीय पुत्र भरत सिंह सहयोगी अपने परिवार की महिला सदस्य को आरा सदर अस्पताल से इलाज करवाकर अपने फोर व्हीलर से देर शाम अपने घर जा रहे थे. तभी घात लगाए अपराधियों ने उन पर जानलेवा हमला बोल दिया. हथियार से लैस अपराधियों ने भरत सिंह सहयोगी की गाड़ी को टारगेट करते हुए उस पर अंधाधुंध फायरिंग की.

भरत सिंह सहयोगी भोजपुरिया जन मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के अलावा RPS पब्लिक स्कूल के डॉयरेक्टर भी हैं. वे आरा संसदीय क्षेत्र से कई बार चुनाव भी लड़ चुके हैं. भरत सिंह सहयोगी ने कुछ दिनों पहले ही अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताते हुए नवादा थाना पुलिस को लिखित आवेदन देकर पुलिस को अवगत कराया था.

बता दें कि शुक्रवार की शाम में भी उन्होंने इस आशंका को जताते हुए सोशल मीडिया के अपने फेसबुक साइट पर लाइव विडियो जारी कर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे से सुरक्षा को लेकर गुहार लगाई थी. जिसके बाद अपराधियों ने उनको निशाना बनाते हुए हमला बोल दिया. इस घटना के बाद जहां भरत सिंह सहयोगी का पूरा परिवार दहशत के साये में है.

मामले की सूचना मिलते ही नवादा थाना पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंच पूरे मामले की छानबीन की. पुलिस भरत सिंह सहयोगी और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए उनके घर पर अभी कैंप किए हुए हैं. नवादा थानाध्यक्ष ने कहा कि मामले की छानबीन की जा रही है, जो भी दोषी होंगे उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. पुलिस उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा के लिए तत्पर है.