मा वाउचर योजना से गर्भवती महिलाओं को निजी केन्द्रों पर भी निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा: उपमुख्यमंत्री

जयपुर। उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि प्रदेश में संचालित मा वाउचर योजना के तहत दूसरी एवं तीसरी तिमाही की गर्भवती माताओं को राजकीय सोनोग्राफी जाँच उपलब्ध नहीं होने पर वाउचर जारी किया जाता है। इस क्यूआर कोड जनित वाउचर के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को निजी सोनोग्राफी केन्द्रों पर निःशुल्क सोनोग्राफी की सुविधा दी जाती है। योजना के तहत प्रदेश के 1 हजार 363 निजी सोनोग्राफी केन्द्रों को अधिकृत किया गया है। राज्य सरकार द्वारा इन निजी केंद्रों को सीधे बैंक खाते में भुगतान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी सुविधा में विस्तार के उद्देश्य से बजट घोषणा 2024 के तहत 17 सितम्बर, 2024 को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा सम्पूर्ण प्रदेश में मा वाउचर योजना का शुभारम्भ किया गया। उन्होंने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को दूसरी व तीसरी तिमाही में निःशुल्क सोनोग्राफी के लिए वाउचर दिये किये जाते हैं, जिनकी वैद्यता जारी दिनांक के 30 दिवस तक रहती है। किसी कारणवश इस अवधि में वाउचर का उपयोग नहीं कर पाने की स्थिति में महिला द्वारा चिकित्सा संस्थान जाकर वैद्यता अवधि को आगामी 30 दिन तक बढ़वाया जा सकता है।
डॉ. प्रेमचंद बैरवा प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का चिकित्सा एवं स्वस्थ्य मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। डॉ. बैरवा ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र सोजत में आगामी समय में सोनोग्राफी एवं एमआरआई मशीनों की जरुरत होने पर विभाग द्वारा इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही की जाएगी।
इससे पहले विधायक श्रीमती शोभा चौहान के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र सोजत पाली में मा वाउचर योजना के तहत 17 सितम्बर, 2024 से 04 सितम्बर, 2025 तक 5 अधिकृत निजी सोनोग्राफी केन्द्रों पर 583 सोनोग्राफी की गई है। जिसका विवरण उन्होंने सदन के पटल पर रखा। उन्होंने बताया कि जिला चिकित्सालय, सोजत में नि:शुल्क् जांच योजना के तहत 1 हजार 804 गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क सोनोग्राफी की गई।
उन्होंने जानकारी दी कि मा वाउचर योजना के तहत राजकीय चिकित्सा संस्थानों में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध करवाने का प्रावधान नहीं है। विधानसभा क्षेत्र सोजत में संचालित चिकित्सालयों में केवल जिला चिकित्सालय सोजत में सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध है व क्रियाशील है, सीटी स्कैन मशीन पीपीपी मोड पर संचालित है एवं एमआरआई मशीन का प्रस्ताव वर्तमान में विचाराधीन नहीं है। उन्होंने जानकारी दी कि अन्य राजकीय संस्थानों जैसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में इन मशीनों का प्रावधान नहीं है।