मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता पूर्व विधायक मोहन सिंह बुंदेला  का निधन

धार
 मध्यप्रदेश के दिग्गज नेता पूर्व विधायक मोहन सिंह बुंदेला का बुधवार को सुबह निधन हो गया। उनके निधन पर मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है, वहीं उनके समर्थकों में भी शोक की लहर दौड़ गई है। दिवंगत बुंदेला सहकारिता विभाग के कद्दावर नेता थे।

मध्य प्रदेश के सहकारिता नेता और धार के पूर्व विधायक मोहन सिंह बुंदेला का बुधवार सुबह निधन हो गया। वे काफी समय से बीमार चल रहे थे। इलाज के लिए उन्हें इंदौर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उन्हें मंगलवार को ही वापस धार लाया गया था। बुंदेला के निधन की सूचना मिलते ही उनके समर्थकों में सोक की लहर दौड़ गई।

कई अहम पदों पर रहे बुंदेला
धार के पूर्व विधायक बुंदेला मध्यप्रदेश की सहकारिता में अहम भूमिका में थे। वे मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। धार नगर पालिका के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। इसके अलावा जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष भी रहे।

कांग्रेस की राजनीति में भी था योगदान
बुंदेला का कांग्रेस की राजनीति में लंबे समय तक योगदान रहा। कांग्रेस में बुंदेला गुट का भी अस्तित्व था। इसलिए उनको राजनीति में अहम स्थान था।
 
कमलनाथ ने किया शोक व्यक्त
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोहन सिंह बुंदेला के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बुंदेला के परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ व्यक्त की हैं। नाथ ने कहा है कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान व पीछे परिजनों, स्नेहीजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।

 धार के लोकप्रिय नेता मोहन सिंह बुंदेला के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ। विनम्र श्रद्धांजलि!

इधर, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह ने भी बुंदेला के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होने कहा कि धार के लोकप्रिय नेता मोहन सिंह बुंदेला के निधन का दुखद समाचार मिला। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ। विनम्र श्रद्धांजलि!

 


दो बार निष्कासित हुए थे
बुंदेला को हाल ही में विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस से निष्कासित कर दिया गया था। विधानसभा चुनाव में मोहन सिंह बुंदेला के बेटे कुलदीप सिंह बुंदेला को टिकट नहीं दिया गया था। कुलदीप सिंह बुंदेला कमलनाथ के करीबी माने जाते हैं। अपने बेटे को टिकट नहीं मिलने से मोहन सिंह बुंदेला कांग्रेस से नाराज हो गए ते। इसके बाद स्थानीय नेताओं ने शिकायतें की थीं। इसे लेकर संगठन प्रभारी उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर ने बुंदेला को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया था। इससे पहले भी बुंदेला को पार्टी से निष्कासित किया गया था। तब बालमुकुंद सिंह गौतम चुनाव मैदान में थे।