सैकड़ों कॉलोनियों को सितंबर से मिलेगा पानी
इंदौर
जिन लोगों के घर तक अभी नर्मदा का पानी नहीं पहुंचता, नगर निगम उनके यहां पानी पहुंचाने की कवायद में लगा है। इसके लिए शहर में अमृत प्रोजेक्ट के तहत नई टंकी का निर्माण करने के साथ इन्हें भरने के लिए फीडर और लोगों के घर तक पानी पहुंचाने के लिए सप्लाय लाइन डाल रहा है। दावा है कि सितंबर-2019 से सैकड़ों कॉलोनियों को नर्मदा जल मिलने लगेगा। ढाई महीने में पांच टंकियों का काम पूरा हो जाएगा।
शहर सहित 29 गांवों में पानी की किल्लत दूर करने के लिए निगम ने अमृत प्रोजेक्ट के तहत काम शुरू किया है। इसके तहत 27 टंकियों का निर्माण जारी है। पांच टंकी ढाई महीने में यानी सितंबर तक पूरी करने का दावा है। इनमें तेजाजी नगर, मित्रबंधु नगर, भूरी टेकरी, स्कीम-71 और हारून कॉलोनी (खजराना) शामिल हैं। इनको भरने के लिए निगम ने फीडर लाइन डालने के साथ-साथ लोगों के घरों तक नर्मदा का पानी पहुंचाने के लिए सप्लाय लाइन डाल दी है।
निगम के दावे अनुसार समय पर काम हो गया, तो सितंबर से इन टंकियों से जुड़ी सैकड़ों कॉलोनियों को नर्मदा का पानी मिलने लगेगा। इन पांच टंकियों के अलावा बची 22 टंकियों का निर्माण भी जल्द से जल्द पूरा करने की बात नर्मदा प्रोजेक्ट अफसरों ने कही है। हालांकि अमृत प्रोजेक्ट के तहत नई टंकी बनाने के साथ नर्मदा की नई पाइप लाइन डालने और जर्जर हो चुकी सप्लाय पाइप लाइन बदलने का काम चल रहा है। इस पर तकरीबन 300 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
अभी ऐसे हैं हालात
शहर सहित निगम सीमा में 29 गांवों के शामिल होने के बाद बने वार्डों की कई कॉलोनी और मोहल्लों में जलसंकट है। कारण नर्मदा की पाइप लाइन नहीं होना है। ऐसे में लोगों को बोरवेल या फिर निगम टैंकर के भरोसे रहना पड़ता है। गर्मी में हालत खराब हो जाती है, इसलिए जिन क्षेत्रों में नर्मदा लाइन नहीं है, वहां लाइन डालने के साथ टंकी निर्माण किया जा रहा है। इससे कई कॉलोनी के रहवासियों को फायदा मिलेगा।
यहां अलग से बन रहीं तीन टंकियां
अमृत प्रोजेक्ट के तहत जहां 27 टंकियों का निर्माण किया जा रहा है, वहीं इनके अलावा निगम तीन और टंकी तैयार कर रहा है। नायता मुंडला, पालदा और नौलखा क्षेत्र में इन टंकियों का निर्माण जारी है। नर्मदा प्रोजेक्ट अफसरों के अनुसार इन तीन टंकियों का निर्माण होने से जहां पूरे नायता मुंडला और पालदा क्षेत्र को पानी मिलेगा, वहीं नौलखा क्षेत्र की 30 से 40 कॉलोनियों को फायदा होगा। इसके साथ ही टंकी से पानी देने पर डायरेक्ट सप्लाय बंद कर दी जाएगी।