माधुरी दीक्षित का कहना है अक्सर जिंदगी के सबसे महत्व पूर्ण सबक आपके बचपन में सीखने को मिलते हैं


कलर्स का डान्सल रियल्टीो शो डान्से दीवाने ने सफलतापूर्वक साबित किया है कि अगर कोई शख्स  किसी चीज के बारे में सच में जोश रखता है तो उम्र कोई बाधा नहीं है। सप्ताेह-दर-सप्ताकह, इस शो में विभिन्न  जेनरेशन ने अपने टैलेंट के आश्चबर्यजनक परफोरमेंसिस के साथ दर्शकों को विस्मित किया है। इस वीकेंड एपीसोड में, ‘बचपन स्पेनशल’ थीम के साथ एन्टसरटेनमेंट लेवल एक खांचा और ऊपर चला गया है।
भावनाएं हावी हो गईं और पुरानी यादें उमड़कर सामने आ गईं क्योंयकि हमारे जजों और मुकाबलेबाजों के बचपन की अनेक यादें उजागर हुईं। मुकाबलेबाजों को एक ऐसा प्रॉप इस्तेयमाल करते हुए परफोर्म करना था जो उनके बचपन की एक खास याद को वापस लाए। एक परफोरमेंस जिसने हर किसी को सम्मोथहित कर लिया, थर्ड जेनरेशन द्वारा 'दीनानाथ जी' द्वारा 'इलाही' पर किया गया एरियल एक्ट  जिसमें प्रॉप के रूप में एक साइकिल को इस्तेेमाल किया गया था। माधुरी दीक्षित उसके परफोरमेंस से वाकई टच हो गई क्योंंकि इस एक्टे के साथ अपने बचपन की याद को जोड़ पा रही थीं।
भावनाओं के भंवर में फंसी, माधुरी दीक्षित का कहना था, “मेरे बचपन के दिन मेरे लिए वाकई बेहद खास थे। जब मैं छोटी थी तब मुझें साइकिल की सवारी करने का बहुत शौक था और साइकिल चलाने की प्रैक्टिस करने के लिए कुछ वक्त  हमेशा निकाल लेती थी। हालांकि मजेदार बात यह है कि मेरी साइकिल हमेशा झाड़ि‍यों में घुस जाती थी लेकिन किसी न किसी तरह मैंने साइकिल की सवारी करना सीखा और कभी हार नहीं मानी। बपचन की यादें हमें जिंदगी के बहुत महत्व पूर्ण सबक सिखाती हैं और इसने मुझे हमेशा कभी न मरने वाली भावना रखना और कभी हार नहीं मानना सिखाया है।”
इन माइन्ड। ब्लोेइंग परफोरमेंसिस को देखने के लिए, देखना मत भूलिए डान्सल दीवाने हर शनिवार और रविवार रात 9.00 बजे सिर्फ कलर्स पर!