विजेंद्र गुप्ता की मांग- स्कूली वाहनों के लिए अलग से बने विभाग
नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने दिल्ली के स्कूली बच्चों को लाने ले जाने में लगे वाहनों को सुरक्षित बनाने के लिए दिल्ली के शिक्षा मंत्रालय में एक अलग विभाग बनाए जाने की मांग की है.
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि स्कूली बच्चों के लिए परिवहन साधनों को नियंत्रित/विनियमित करने की जरूरत है जिससे स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. उन्होंने कहा कि लाखों की संख्या में स्कूली बच्चे दिल्ली में रोजाना सफर करते हैं और प्रत्येक स्कूल में परिवहन को सुरक्षित बनाने के लिए एक पांच सदस्यीय समन्वय समिति बनाई जाये जिसमें अभिभावकों, ट्रांसपोर्टरों, स्कूल प्रशासन, दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और स्थानीय शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि शामिल हों. इस कमेटी के पास उस स्कूल के उन सभी बच्चों का पूरा लेखा-जोखा होना चाहिए जो परिवहन का उपयोग करते हैं.
बीजेपी नेता ने कहा कि इस तरह की परिवहन व्यवस्था के संचालन में सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए. इन परिवहन माध्यमों में संबंधित स्कूल का जिम्मेदार व्यक्ति मौजूद रहना चाहिए जो बच्चों की सुरक्षा पर ध्यान दे सके.
विजेंद्र गुप्ता ने बीते महीने दिल्ली के कन्हैया नगर इलाके में ट्रक और स्कूली वैन की टक्कर हादसे का हवाला देते हुए कहा कि ट्रक ड्राइवर ने शराब पी रखी थी. साथ ही 18 बच्चों को ले जा रही स्कूली वैन का फिटनेस कार्यकाल सालभर पहले ही पूरा हो चुका था. वह वाहन दिल्ली की सड़कों पर चलाना लायक नहीं था. उन्होंने आरोप लगाया कि दुर्घटनाग्रस्त वैन का पुलिस विभाग द्वारा सत्यापन भी नहीं हुआ था.
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि पूरी दिल्ली में पंजीकृत स्कूली वाहनों की संख्या लगभग 4500 है जबकि दिल्ली में इससे कहीं ज्यादा संख्या में अवैध स्कूली वाहन बच्चों को लाने ले जाने का काम कर रहे हैं. गुप्ता ने कहा कि पिछले साल जुलाई-अगस्त में परिवहन विभाग ने अवैध स्कूली वाहनों को जब्त करने का अभियान चलाया था जिसे बाद में वाहन मालिकों की मांग पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रुकवा दिया था.
विजेंद्र गुप्ता ने मांग की है कि दिल्ली सरकार स्कूली वाहनों को नियंत्रित एवं विनियमित करने के लिए उन्हें लाइसेंस दे और जिन वाहनों को स्कूली वाहन का लाइसेंस नहीं दिया जा सकता उन वाहनों के खिलाफ दिल्ली मोटर व्हीकल एक्ट के प्रावधानों के तहत कड़ी कार्यवाही की जाये.
बीजेपी नेता ने अभिभावकों से अपील की है कि वो अपने बच्चों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ न करें और सुनिश्चित करें कि जिन वाहनों में उनके बच्चें स्कूल का सफर तय करते हैं वो व्हीकल एक्ट 1954 और सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं.