मैं कांशीराम की चेली, उन्हीं की स्टाइल में दूंगी जवाब: मायावती
लखनऊ
अपने भतीजे को विरासत सौंपने को लेकर मीडिया में आई खबरों पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने कुछ टीवी चैनलों की दलित विरोधी मानसिकता को इन खबरों के लिए जिम्मेदार ठहराया। कुछ मीडिया समूहों को चेतावनी देते हुए मायावती ने कहा कि अगर मीडिया के जातिवादी और दलित विरोधी एक तबके को आपत्ति है तो रहे, हमारी पार्टी को इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैं कांशीराम की चेली हूं और उनकी तरह जैसे को तैसा जवाब देना जानती हूं।' इसी दौरान उन्होंने ऐलान कर दिया कि वह अपने भतीजे आकाश को BSP मूवमेंट में शामिल करेंगी और उसे सीखने का अवसर प्रदान करेंगी।
मायावती ने कहा, 'बीएसपी की बढ़ती लोकप्रियता और एसपी के साथ गठबंधन ने दलित विरोधी पार्टियों और जातिवादी नेताओं में खलबली मचा दी है। वे लोग हमसे सीधी राजनीतिक लड़ाई लड़ने के बजाए हमारे खिलाफ अनर्गल बयान दे रहे हैं। दलित विरोधी मानसिकता रखने वाले टीवी चैनलों के साथ षड्यंत्र करके शरारती खबरें भी दिखाना शुरू कर दिए हैं ताकी पार्टी और उसके सर्वोच्च नेतृत्व को बदनाम किया जा सके।'
मैं कांशीराम की चेली
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि गरीबों के द्वारा ज्यादा केक खाने को लूट बताकर बदनाम किया गया। इसी प्रकार छोटे भाई के बेटे आकाश आनंद को लखनऊ में मेरे साथ पार्टी में शामिल रहने को लेकर मेरे उत्तराधिकारी के तौर पर पेश करना- यह सब बीएसपी विरोधी षड्यंत्र हैं। इसी प्रकार कुछ मीडिया द्वारा साजिश के तहत चरित्र हनन का आरोप लगाने का प्रयास भी किया गया है। उन्होंने एक चैनल का नाम भी लिया।
उन्होंने कहा, 'नौजवान भतीजे आकाश को जानबूझकर विवाद में घेरा जा रहा है। मेरे छोटे भाई आनंद और उनके परिवार ने 2003 के बाद से लगातार 24 घंटे हमारा हर पल साथ दिया है इसलिए पार्टी के अधिकांश लोगों की सलाह पर मैंने कुछ समय पहले गैरराजनीतिक कार्यों के लिए उसे पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था। हालांकि परिवारवाद का आरोप न लगे इसलिए आनंद ने खुद ही पद छोड़ दिया। उनके इस कदम को काफी सराहा गया। अब उनका परिवार पहले से भी ज्यादा तत्परता से बीएसपी मूवमेंट के लिए समर्पित है।'