16 साल बाद बदला सीएम का सुरक्षा प्लान, होंगे विशेष सुरक्षा इंतजाम

16 साल बाद बदला सीएम का सुरक्षा प्लान, होंगे विशेष सुरक्षा इंतजाम

लखनऊ 
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की दूसरे राज्यों में बढ़ती डिमांड, उनकी लगातार यात्राओं और आने वाले लोकसभा चुनावों के मद्देनजर करीब 16 साल बाद सीएम की सुरक्षा का प्लान बदल दिया गया है। सीएम की सुरक्षा से जुड़े निर्देशों वाली ग्रीन बुक में वर्ष 2002 के बाद कई अहम बदलाव कर दिए गए हैं। इसमें दूसरे राज्यों में यात्रा के दौरान सुरक्षा इंतजाम, जल, रेल व हवाई मार्ग से सफर करते हुए सुरक्षा कैसी हो, जैसे कई अहम बदलाव शामिल हैं। इसे कैबिनेट बाइसर्कुलेशन के जरिए मंजूरी दे दी गई है। 
2002 में हुए थे सीएम सुरक्षा वाली ग्रीन बुक में बदलाव 
सुरक्षा से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि वर्ष 2002 में आखिरी बार सीएम सुरक्षा वाली ग्रीन बुक में बदलाव किए गए थे। तब से उन बदलाव को ही हर मुख्यमंत्री द्वारा चलाया जा रहा था। लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ के कुर्सी संभालने के बाद उनकी सुरक्षा को लेकर कई तरह की बात सामने आ रही थीं। अब तक के मुख्यमंत्रियों के मुकाबले सीएम योगी आदित्यनाथ का मूवमेंट कहीं ज्यादा है। साथ ही हिंदुत्व का चेहरा होने के चलते वह लंबे समय से आतंकी संगठनों के निशाने पर हैं। इसके चलते उनके कुर्सी संभालने के बाद से ही उनकी सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। 
 यूपी में बाढ़ आने के दौरान सीएम ने कई इलाकों में नाव से पहली बार दौरा किया। उनकी लगातार यात्राओं, दूसरे राज्यों में ताबड़तोड़ दौरे, यात्रा में अलग-अलग मार्गों का इस्तेमाल के चलते ग्रीन बुक में उनके हवाई और सड़क मार्ग के सुरक्षा घेरे के अलावा तीन और परिस्थितियों को भी शामिल किया गया है। इसमें जल मार्ग में सुरक्षा इंतजाम, ट्रेन में सफर करने के दौरान सुरक्षा और भीड़ के दौरान सुरक्षा घेरा को शामिल किया गया है। रेल मार्ग को लेकर रेलवे के अफसरों से समन्वय किया जा रहा है। इसमें उन्हें खाना सर्व होने से लेकर ट्रेन और स्टेशन के सुरक्षा घेरों में होने वाले इंतजामों का जिक्र है। इसी तरह जल मार्ग में गोताखोरों के जरिए होने वाले हमले, जल वाहन के डूबने जैसी तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा प्लान तैयार किया गया है। अक्सर भीड़ में लोग सीएम के करीब पहुंच जाते हैं इन परिस्थितियों में बिना दुर्व्यवहार किए लोगों से कैसे निपटना है इसके भी दिशा निर्देश दिए गए हैं। 

समय से पहले रिटायर हो गए फ्लीट के वाहन 
यूपी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के ताबड़तोड़ दौरों के चलते सीएम की फ्लीट व वीवीआईपी फ्लीट के ज्यादातर वाहन और उपकरण समय से पहले रिटायर हो गए। सीएम योगी आदित्यनाथ पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने अपने शुरुआती 16 महीने में प्रदेश के सभी जिलों के दौरे कर लिए। स्टार प्रचारक के रूप में पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बाद वह सबसे ज्यादा डिमांड में हैं। 
 
इन राज्यों के दौरे कर चुके हैं योगी आदित्यनाथ 
कुर्सी संभालने के बाद से वह अभी तक गुजरात, कर्नाटक, केरल, त्रिपुरा, मेघालय, नागालैंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में कई सभाएं कर चुके हैं। आने वाले लोकसभा चुनावों को देखते हुए भी तय है कि सीएम के यूपी के अलावा दूसरे राज्यों में कई दौरे होंगे और यहां भी बड़े पैमाने पर वीवीआईपी मूवमेंट होंगे। इसे ध्यान में रखते हुए सीएम सुरक्षा और वीवीआईपी सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में नई गाड़ियां, सुरक्षा उपकरण खरीदे जा रहे हैं। इनके लिए हाल ही में कैबिनेट के जरिए बजट को मंजूरी दे दी गई है। 

अलग-अलग वीवीआईपी के लिए अलग सुरक्षा बुक 
पीएम की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ब्लू बुक और राष्ट्रपति व गर्वनर की सुविधा के लिए येलो बुक तैयार कराई है। इसके मुताबिक ही इन वीवीआईपी के आसपास सुरक्षा घेरा होता है। यूपी में सीएम की सुरक्षा के लिए ग्रीन बुक है।