राजनीति के माहिर खिलाड़ी अजीत जोगी को इस सीट से हराना चुनौती
रायपुर
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे आज सबके सामने होंगे. सूबे के कई हाईप्रोफाइल सीटों पर दिग्गजों की साख इस बार के चुनाव में लगी है. ऐसा ही एक हाईप्रोफाइल सीट है बिलासपुर का मरवाही विधानसभा सीट. इस सीट से पूर्व सीएम अजीत जोगी चुनावी मैदान में हैं. छत्तीसगढ़ की राजनीति में कुछ ऐसे चेहरे भी हैं जिनके इर्द-गिर्द यहां की पॉलिटिक्स धूमती है. ऐसा ही एक चेहरा है पूर्व सीएम अजीत जोगी का. मरवही से चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद न सिर्फ अजीत जोगी ने राजनीतिक गलियारों में खलबली मचा दी बल्कि इस सीट पर मुकाबला भी दिलचस्प बना दिया. मध्यप्रदेश के समय से ही मरवाही काफी चर्चित रहा है. अजीत जोगी ने इस सीट से जीत हासिल कर छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री बने थे.
मरवाही सीट आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित है. मरवाही सीट की एक दिचस्प बात ये है कि इस सीट के हर विधायक ने एक न एक बार अपनी पार्टी जरूर बदली है या फिर पार्टी छोड़कर चुनाव लड़ा है. इस बार के चुनाव में भी ठीक यही हुआ. इस सीट से अजीत जोगी चुनाव लड़ रहे है और कांग्रेस से अलग हो गए है. 1972 में मरवाही विधानसभा के अस्तित्व में आने के बाद से 2013 तक हुए 11 विधानसभा चुनाव में सिर्फ दो ही बार 1990 और 1998 में भाजपा की जीत हुई है.
2001 के बाद से मरवाही विधानसभा अजीत जोगी का ही गढ़ रहा. 2003, 2008 में अजीत जोगी लगातार जीते और यहां से विधायक रहे. 2013 में जोगी ने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला लिया. उन्होंने इस सीट पर कांग्रेस के टिकट से अपने बेटे अमित जोगी को मैदान में उतारा. जीत बरकरार रखते हुए अमित जोगी ने 2013 में जीत हासिल की. अब 2018 में अमित जोगी ने अपने पिता के लिए इस सीट को छोड़ दिया और अब फिर अजीत जोगी चुनावी मैदान में हैं.