रुपये ने दिलाया भारत को बेस्ट इमर्जिंग मार्केट का खिताब
नई दिल्ली
भारतीय सूचकांक और कुछ बड़ी कंपनियों के शेयर ने डॉलर में अच्छा रिटर्न दिया है। उसकी वजह यह है कि अक्टूबर के निचले स्तर से रुपये में काफी मजबूती आई है। डॉलर के मुकाबले पिछले चार महीने में सबसे मजबूत स्तर पर आ गया है। इससे 26 दिसंबर को खत्म सप्ताह में निफ्टी और इसमें शामिल कुछ ब्लूचिप शेयरों से डॉलर में रिटर्न रुपये में मिले रिटर्न से अधिक रहा है। हालांकि, अक्टूबर तक रुपये में इनसे मिला रिटर्न डॉलर रिटर्न की तुलना में काफी अधिक रहा था।
डॉलर रिटर्न के लिहाज से 15 मार्केट्स में भारत का प्रदर्शन पिछले तीन महीने में सबसे अच्छा रहा है। इसमें खासतौर पर एचयूएल, बजाज फाइनैंस, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, एलएंडटी और मारुति सुजुकी ने बड़ी भूमिका निभाई है। 9 अक्टूबर को डॉलर के मुकाबले रुपया 74.4 के रेकॉर्ड निचले स्तर तक चला गया था। उसके बाद से निफ्टी ने 4.2 पर्सेंट का एब्सॉल्यूट रिटर्न दिया है, जबकि डॉलर में बेंचमार्क इंडेक्स का रिटर्न 10.5 पर्सेंट रहा है।
इस साल की शुरुआत से देखें तो निफ्टी 3 पर्सेंट ऊपर है, जबकि डॉलर में इसने माइनस 6.5 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। इसकी वजह यह है कि साल के पहले 9 महीनों में डॉलर के मुकाबले रुपये में काफी गिरावट आई थी। जनवरी 2018 में डॉलर के मुकाबले रुपया 64.6 पर था, जो अभी 70.08 पर है। वैसे अक्टूबर के बाद से रुपये में रिकवरी की वजह से साल के ज्यादातर समय में होने वाले नुकसान की कुछ हद तक भरपाई हुई है।
निफ्टी के फ्री फ्लोट में 45 पर्सेंट हिस्सेदारी रखने वाले विदेशी निवेशक डॉलर में मार्केट परफॉर्मेंस को ट्रैक करते हैं क्योंकि इससे ग्लोबल मार्केट्स के इवैल्यूएशन के लिए उन्हें बराबरी का पैमाना मिलता है। इसका मतलब यह है कि अक्टूबर के बाद भारतीय बाजार में लगाई गई रकम पर उन्हें अच्छा मुनाफा मिला है। इस साल अगस्त से अक्टूबर के बीच भारत और इंडोनेशिया सहित कई इमर्जिंग देशों की करेंसी में गिरावट आई थी।
9 अक्टूबर के बाद से जहां भारतीय बाजार में 10.5 पर्सेंट की तेजी आई है, वहीं इंडोनेशिया मार्केट ने 10.3 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। इस दौरान हांगकांग, ब्राजील, शंघाई और सिंगापुर जैसे इमर्जिंग मार्केट्स में गिरावट आई है। उधर, अक्टूबर के पहले हफ्ते के बाद अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन और जापान के शेयर बाजारों में भी 11 से 19 पर्सेंट का करेक्शन हुआ है।
ईटीआईजी के विश्लेषण के मुताबिक, 9 अक्टूबर से रुपये में रिकवरी शुरू होने के बाद से बजाज फाइनैंस ने डॉलर में 32 पर्सेंट का रिटर्न दिया है। इस बीच, रुपये में स्टॉक में 24.4 पर्सेंट की तेजी आई है। एचयूएल में इस बीच डॉलर में 25 पर्सेंट और रुपये में 18 पर्सेंट, आईसीआईसीआई बैंक में डॉलर में 22.6 पर्सेंट और रुपये में 15.5 पर्सेंट की मजबूती दिखी है।