रेड मीट कम करें, दिल बोलेगा थैंक्यू

रेड मीट कम करें, दिल बोलेगा थैंक्यू

अगर आप रेड मीट खाने के शौकीन हैं तो जरा संभल जाएं। यह आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है। दिल को सेहतमंद रखना है तो रेड मीट से हाथ खींचना पड़ेगा। अमेरिका के एक नए शोध में यह दावा किया गया है कि रेड मीट 10 गुना तक दिल के रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है।

एक दिन में रेड मीट का एक बर्गर खाने से भी दिल का दौरा पड़ सकता है। अध्ययन से पता चलता है कि रोजाना रेड मीट खाने से कार्डियोवैस्कुलर बीमारी का खतरा ज्यादा रहता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि रेड मीट खाने से पाचन के दौरान आंत में एक कार्बनिक यौगिक, जिसे टीएमएओ (ट्राइमेथिलामाइन एन-ऑक्साइड) कहा जाता है, का उत्पादन होता है। यह हृदयाघात और दिल के दौरे से समयपूर्व मौत के खतरे को बढ़ाने के उच्च स्तर के साथ जुड़ा हुआ है।

पहली बार इस तरह का अध्ययन हुआ है, जिसमें यह पता चला है कि केवल एक महीने तक रेड मीट का आहार लेने वाले प्रतिभागियों में औसतन तीन गुना तक यह खतरा बढ़ा हुआ पाया गया। वहीं, कुछ मामलों में चिकन खाने वाले या शाकाहारी भोजन लेने वाले लोगों की तुलना में यह दस गुना तक बढ़ गया। क्लीवलैंड क्लीनिक सेंटर फॉर माइक्रोबियम एंड ह्यूमन हेल्थ’ के निदेशक डॉ. स्टेनली हजेन ने कहा, ‘हम जानते हैं कि कार्डियोवैस्कुलर (दिल संबंधी बीमारी) के लिए लाइफस्टाइल कारक महत्वपूर्ण हैं और इन निष्कर्षों से हृदय रोग के साथ कार्बनिक यौगिक टीएमएओ के संबंध को हमारे शोध में और बेहतर तरीके से बताया गया है।

टीएमएओ के स्तर को कम करने और दिल की बीमारी के बाद के जोखिम को घटाने में आहार का बदलाव प्रभावी उपचार के रूप में सामने आया है। अध्ययन में इस बारे में पुख्ता सबूत भी दिए गए हैं।’ उन्होंने कहा कि ऐसा तब होता है, जब आंत में मौजूद बैक्टीरिया कोलाइन, लेसितिण और कार्निटाइन जैसे पशु उत्पादों खासतौर पर रेड में पाए जाने वाले पोषक तत्वों को पचा लेता है।