सफेद दाग से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई

सफेद दाग से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई

 
अभी तक आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि मछली खाने के बाद दूध मत पीना, वर्ना सफेद दाग पड़ जाएंगे! लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है। सफेद दाग, जिसे मेडिकल की भाषा में विटिलिगो कहा जाता है, असल में त्वचा से संबंधित एक रोग है जिसका खानपान से कोई संबंध नहीं है। तो आखिर क्या है सफेद दाग, इसके लक्षण, इससे जुड़े मिथक और इनकी हकीकत, जानें...
 
- त्वचा पर छोटा सफेद दाग जो समय के साथ बढ़ता जाता है, मुख्यतौर पर शरीर का वह हिस्सा जिस पर सीधे सूर्य की रोशनी पड़ती है।

- एक व्यक्ति जिसको पहले से ही सफेद दाग हो और उसी दाग पर चोट लग जाने से सफेद दाग बढ़ जाए, तो डॉक्टर के पास तुरंत जाना चाहिए।

- इस तरह के सफेद दागों में दर्द नहीं होता है और खुजली भी नहीं होती, लेकिन जब धूप में आते हैं, तो जलन होना शुरू हो जाती है।

- बालों का समय से पहले सफेद होना।
 
सच्चाई- विटिलिगो यानी सफेद दाग एक ऑटो इम्यून सिंड्रोम है, जो भोजन से संबंधित नहीं है। सर गंगा राम अस्पताल के डर्मेटॉल्जिस्ट डॉ रोहित बत्रा से जब इस बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने इसे सिरे से नकार दिया और कहा कि मछली खाने के बाद दूध पीने से सफेद दाग पड़ने की बात पूरी तरह से मिथक है क्योंकि सफेद दाग असल में त्वचा से संबंधित एक रोग है।