विवाद के बीच जिन्ना की तस्वीर की AMU से रातोंरात 'सफाई'

अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्रसंघ भवन में लगी पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के तस्वीर को लेकर छिड़े सियासी घमासान के बीच एक नया मोड़ आ गया है। दरअसल, जिन्ना की तस्वीर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से गायब हो गई है, जिसके बाद यह जानने की कोशिश की जा रही है कि आखिर मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर कहां चली गई। हालांकि, इस मामले में एएमयू प्रशासन का कहना है कि तस्वीर हटाई नहीं गई है। परिसर की सफाई चल रही है, तस्वीरों को साफ किया जा रहा है। 


यह पूछने पर कि क्या पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के कार्यक्रम से पहले तस्वीर लगा दी जाएगी? इसपर एएमयू प्रशासन की ओर से कहा गया कि तस्वीरों पर धूल जमी हुई थी, उनकी सफाई की जा रही है और कोई तस्वीर हटाई नहीं गई है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी सेक्युलर कॉन्सेप्ट रखती है। 


गौरतलब है कि सोमवार को बीजेपी के लोकसभा सांसद सतीश गौतम ने विश्वविद्यालय के कुलपति को पत्र लिखकर पूछा कि छात्रसंघ भवन में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर क्यों लगाई गई है? 

सांसद के सवाल पर यह था जवाब 
बीजेपी के लोकसभा सांसद सतीश गौतम के मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर लगाए जाने के सवाल पर विश्वविद्यालय के प्रवक्ता प्रफेसर शैफी किदवई ने कहा कि विश्वविद्यालय की बहुत पुरानी परंपरा है कि वह प्रमुख राजनीतिक, सामाजिक और शिक्षा के क्षेत्र की महान शख्सियतों को आजीवन सदस्यता देता है। जिन्ना को भी विश्वविद्यालय छात्र संघ की आजीवन सदस्यता 1938 में दी गई थी। जिन्ना विश्वविद्यालय कोर्ट के संस्थापक सदस्य थे और उन्होंने दान भी दिया था। 

हिंदू युवा वाहिनी ने भी दी थी चेतावनी 
बता दें कि एएमयू में पाकिस्तान के संस्थापक जिन्ना की तस्वीर लगे होने के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संस्था हिंदू युवा वाहिनी मैदान में उतर आई। हिंदू युवा वाहिनी के के जिला उपाध्यक्ष आदित्य पंडित ने छात्र संघ को 48 घंटे का वक्त देते हुए कहा कि वे खुद जिन्ना की तस्वीर हटा दें और यदि छात्र तस्वीर नहीं हटाते हैं तो आदित्य अपने राष्ट्रवादी साथियों के साथ जिन्ना की तस्वीर उतार देंगे।