2017 के डेटा के बगैर WHO की रिपोर्ट से तस्वीर साफ नहीं: दिल्ली की हवा में जहर
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नई दिल्ली
जिनीवा में साल 2016 के लिए डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई दुनिया भर के 15 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची को लेकर प्रदूषण नियंत्रण संस्था सेंट्रल पलूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) और पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि इससे प्रदूषण स्तर की साफ तस्वीर नजर नहीं आ रही है। उनका कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में सुधार हुआ है और मौजूदा स्थिति रिपोर्ट से हटकर है। 2017 में प्रदूषण से निपटने के लिए कई कदम उठाए गए जिनमें ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान भी शामिल है।
आपको बता दें कि डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी लिस्ट में दुनिया के 15 सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली का स्थान छठा है। इस रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली की हालत 2010 से भी खराब हुई है। 2010 में दिल्ली को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर करार दिया गया था। उस समय दिल्ली की हवा में 2.5 लेवल 141 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया था जो साल 2016 तक बढ़कर 143 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर हो गया।
2017 में बेहतर हुई हालत
इस पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय का कहना है कि 2016 के मुकाबले 2017 में हालत बेहतर हुई है और 2018 में तो 2016 के मुकाबले काफी बेहतर हालत है। मंत्रालय के मुताबिक, 2017 में उठाए गए कदमों की वजह से दिल्ली की हवा साफ हुई है। बुधवार को मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, 'कॉन्टिन्युअस एंबियंट एयर क्वॉलिटी मॉनिटरिंग स्टेशंस (सीएएक्यूएमएस) पर सीपीसीबी द्वारा जुटाए गए डेटा के मुताबिक 2016 में पीएम 2.5 लेवल 134 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था और 2017 में 125 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर। इसी तरह से पीएम 10 का आंकड़ा 2016 के लिए 289 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर और 2017 के लिए 268 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर है। इसे देखकर कहा जा सकता है कि 2016 के मुकाबले 2017 में पीएम 10 के स्तर में भी गिरावट आई है।'
पर्यावरण मंत्रालय के मुताबिक, बीते साल में दिल्ली-एनसीआर में कई अहम कदम उठाए गए हैं। प्रदूषण से निपटने के लिए ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान पर अमल किया गया, पेट कोक को ईंधन के तौर पर जलाने पर रोक लगाई गई, कोयला प्लांट्स पर सख्त नजर रखी गई, एयर क्वॉलिटी मॉनिटरिंग स्टेशंस की संख्या बढ़ा गई और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा व्यापक कार्ययोजना तैयार की गई जिससे 2018 में हालत को और बेहतर होने की उम्मीद है।