विस चुनाव में पार्टियों की हार-जीत पर लगे थे करोड़ों के दांव, अब लोकसभा पर नजर
भोपाल/जबलपुर
जब जब चुनाव होते है सट्टा बाजार तेजी से चलने लगता है।राजनैतिक दलों पर करोड़ों का पैसा लगाया जाता है।हाल में हुए विधानसभा चुनाव में भी पार्टियों, प्रत्याशियों की जीत-हार पर भी करोड़ों के दांव लगाए गए थे। किस पार्टी की सरकार बनेगी, कौन प्रत्याशी जीतेगा, कौन हारेगा, जीत व हार का अंतर क्या हो सकता है..., इन सवालों पर दांव लगाकर सटोरियों ने करोड़ों कमाए।इस बार का खुलासा आईपीएल क्रिकेट सट्टा में गिरफ्तार सटोरियों से जब्त डायरी में हुआ है।वही खुलासे में ये भी सामने आया है कि सटोरियों की नजर अब लोकसभा चुनाव पर है।
दरअसल, आचार संहिता लगते ही पुलिस ने सटोरियों पर सख्ती बरतना शुरु कर दिया है। गुरुवार रात को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने शानू जैन द्वारा संचालित सट्टे का हाइटेक कारोबार का पर्दाफाश किया था। एसपी निमिष अग्रवाल के निर्देश पर हुई कार्रवाई में तीन सटोरिए पकड़े गए थे। वही पुलिस ने मकान मालिक प्रशांत अग्रवाल के खिलाफ भी मामला दर्ज करने की बात कही गई है।
वही इस सट्टे का मास्टरमांइड शानू अब तक पकड़ में नहीं आया। पुलिस को शानू जैन की लोकेशन नागपुर में मिली है। उसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। हालांकि सटोरियों से बरामद डायरियों से कई खुलासे सामने आए है। विधानसभा चुनाव के दौरान राजनैतिक दलों पर करोड़ों के दांव लगाए गए थे, यह खुलासा डायरियों से हुआ है। क्राइम ब्रांच का कहना है कि शानू के पकड़े जाने के बाद ही पूरे नेटवर्क का पता चल पाएगा। सटोरियों से जब्त डायरी में लिखे कुछ कोडवर्ड और मोबाइल नंबरों की क्राइम ब्रांच जांच कर रही है। मोबाइल नंबर किन लोगों के हैं और सट्टा कारोबार में कोडवर्ड का क्या उपयोग था।
सूत्रों का दावा है कि शानू जैन की तरह करीब आधा दर्जन सटोरिये जिले में सक्रिय हैं। जो आईपीएल क्रिकेट मैच में रोजाना लाखों का कारोबार कर रहे हैं। बड़े सटोरियों ने शहर के अधिकांश हिस्सों में छोटे-छोटे सटोरियों को फेंचचाइजी दे रखी है। इन सटोरियों की नजर आगामी लोकसभा चुनाव पर भी है।