शेयर बाजार और लोन के जरिए भारतीय कंपनियों ने जुटाए 6 लाख करोड़ रुपए

शेयर बाजार और लोन के जरिए भारतीय कंपनियों ने जुटाए 6 लाख करोड़ रुपए

नई दिल्ली
2018 में भारतीय कंपनियों ने पूंजी बाजार से 5.9 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसमें बड़ा हिस्सा ऋण बाजार का है। ऋण बाजार से 5.1 लाख करोड़ रुपए जुटाए गए हैं। इसके अतिरिक्त 78,500 करोड़ रुपए शेयर बाजार से जुटाए गए। पिछले वर्ष के मुकाबले इसमें करीब 30 फीसदी की कमी हुई है। इसका मुख्य कारण बाजार में आए उतार-चढ़ाव हैं। साल 2017 में भारतीयों कंपनियों द्वारा कुल 8.6 लाख करोड़ रुपए जुटाए गए थे। जिसमें ऋण बाजार की हिस्सेदारी करीब 7 लाख करोड़ और शेयर बाजार की हिस्सेदारी 1.6 लाख करोड़ रुपए थी।


पूंजी जुटाने के लिए बॉन्ड बाजार सबसे पसंदीदा विकल्प

नए साल की पहली छमाही में भी पूंजी जुटाने की गतिविधियों में सुस्ती की आशंका है। हालांकि, विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई है कि 2019 की दूसरी छमाही में निवेश माहौल सुधरने के साथ ही पूंजी जुटाने की गतिविधियों में तेजी आएगी। आंकड़ों से ये साफ है कि उद्योग जगत के लिए बॉन्ड बाजार अभी भी पूंजी जुटाने के लिए सबसे पसंदीदा विकल्प है। विशेषज्ञों ने कहा कि इस साल के अंत तक पूंजी और ऋण बाजार से जुटाई गई राशि 6 लाख करोड़ रुपए के करीब रहने की उम्मीद है।


क्यों जुटाया गया इतना धन ?

मुख्य रूप से व्यापार विस्तार की योजनाओं, ऋण चुकाने और कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने के लिए धन जुटाया गया है, जबकि आईपीओ (IPO) से जुटाई गई बड़ी राशि निजी इक्विटी फर्म और अन्य मौजूदा शेयरधारकों के हिस्से में गई।